नई दिल्ली । पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए राज्य की सभी 42 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इस बार कई सांसदों के टिकट काट दिए गए हैं। इसमें प्रमुख नाम बैरकपुर से मौजूदा सांसद अर्जुन सिंह का है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज करने के बाद उन्होंने तृणमूल की सदस्यता ली थी। इसके अलावा बसीरहाट से सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां का भी टिकट काट दिया गया है। एक और सांसद मिमी चक्रवर्ती जो जादवपुर से सांसद रही हैं, उन्हें भी टिकट नहीं मिला है उनकी जगह सायोनी घोष को उम्मीदवार बनाया गया है।
दरअसल पश्चिम बंगाल में टीचर भर्ती भ्रष्टाचार मामले में अभिनेत्री और युवा तृणमूल की प्रदेश अध्यक्ष सयानी घोष को ईडी ने जब तलब किया तब उनका नाम चर्चा में तेजी के साथ आया था। इसके अलावा एक्ट्रेस ने 2015 में एक ट्वीट किया था जो कि 16 जनवरी 2021 को अचानक से वायरल हो गया था। जिसके बाद लोगों ने उन्हें ट्विटर पर निशाने पर लिया था।
18 फरवरी 2015 को, सायानी ने अपने ट्वीट में एक तस्वीर पोस्ट की थी। इसमें एक महिला पवित्र हिंदू प्रतीक शिवलिंग के ऊपर कंडोम डालते हुए दिख रही थी। उन्होंने इसे कैप्शन दिया ‘Gods cudnt have been more useful’ (भगवान अब और उपकारी नहीं हो सकते)। बता दें कि हिंदू संस्कृति को अपमानित करता उनका ये ट्वीट महाशिवरात्रि के अवसर पर किया गया था, जो कि उस साल 17 फरवरी को मनाया गया था।
दर्ज हुई थी शिकायत
सयानी घोष के हैंडल से किए गए इस आपत्तिजनक ट्वीट को लेकर मेघालय के पूर्व राज्यपाल व भाजपा के वरिष्ठ नेता तथागत रॉय ने सायानी के खिलाफ कोलकाता के रबींद्र सारोबार पुलिस थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
उन्होंने अपनी शिकायत में था, “मैं भगवान शिव का भक्त हूँ और मैंने 1996 में तिब्बत में कैलाश-मानसरोवर की यात्रा की ताकि उनकी पूजा कर सकूँ। संलग्न की गई तस्वीर में गंभीर रूप से मेरी धार्मिक मान्यताओं का अपमान किया गया। यह आईपीसी की धारा 295A के तहत अपराध है। मैं अनुरोध करता हूँ कि इस अपराध पर ध्यान दिया जाए और सायानी घोष के ख़िलाफ़ उचित कार्रवाई करें।”
विवाद होने पर देनी पड़ी सफाई
इस ट्वीट के वायरल होते ही अभिनेत्री ने सफाई दते हुए इस हिंदूफोबिक ट्वीट को हैकर द्वारा किया गया ट्वीट बताया था। उन्होंने दावा किया था कि अपमानजनक पोस्ट हैकर की करतूत थी। उन्होंने खुद के ट्वीट को ‘अप्रिय’ करार देते हुए कहा, “डिअर ऑल, 2015 के एक पोस्ट मेरे ध्यान में लाया गया है जो अत्यंत अप्रिय है। आपकी सभी जानकारी के लिए बता दूँ कि मैंने 2010 में ही ट्विटर ज्वाइन कर लिया था लेकिन कुछ ही दिनों तक उपयोग करने के बाद मैंने उपयोग करना छोड़ दिया। हालाँकि अकाउंट बना रहा।”
कौन है सयानी घोष
सयानी घोष का जन्म 27 जनवरी, 1993 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में हुआ था। सायानी ने अपने करियर की शुरुआत टेलीफिल्मों में अभिनय से की। उसके बाद वह बंगाली फिल्मों में काम करने लगीं। सयानी इच्छे दाना धारावाहिक से प्रसिद्ध हुईं और फिर बड़े पर्दे पर नोटोबोर नॉटआउट नाम से बंगाली फिल्म में काम किया। ऐक्टिंग के अलावा वह सिगिंग भी करती हैं। उन्होंने कई फेमस फिल्मों में काम किया।
पश्चिम बंगाल में इस साल मार्च में विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने उन्हें आसनसोल दक्षिण सीट ने टिकट दिया। सयानी बीजेपी उम्मीदवार अग्निमित्र पॉल से चुनाव हार गईं। हालांकि चुनाव हारने के बाद भी पार्टी ने उनके ऊपर भरोसा जताया और ममता बनर्जी ने अपने भतीजे अभिषेक बनर्जी की जगह उन्हें जून 2021 में टीएमसी की युवा शाखा का अध्यक्ष बनाया।
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