लोकसभा चुनावों की दहलीज पर खड़े देश में INDI गठजोड़ को एक बार फिर झटका लगा है। सिटी ब्यूटीफुल के नाम से विख्यात केंद्रशासित प्रदेश चंडीगढ़ में भाजपा ने वरिष्ठ उप-महापौर व उप-महापौर के पदों पर जीत हासिल की है। नगर निगम में महापौर आम आदमी पार्टी व कांग्रेस गठजोड़ के कुलदीप कुमार हैं जो सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के चलते सत्ता में आए हैं।
सर्वोच्च न्यायालय के उक्त फैसले से एक दिन पहले आम आदमी पार्टी के तीन पार्षद भाजपा में शामिल हो गए थे, जिसके चलते भाजपा के पक्ष में संख्या बल हो गया, चाहे मेयर पद आप ने जीता परंतु सदन में मेयर अल्पमत में आ गए। आज इंडी गठजोड़ के सदन में अल्पमत में होने की तस्वीर साफ हो गई है।
ताजा जानकारी के अनुसार, भाजपा ने चंडीगढ़ के सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव जीत लिया है। भाजपा के कुलजीत सिंह संधू ने चंडीगढ़ सीनियर डिप्टी मेयर का चुनाव जीता है। वहीं डिप्टी मेयर के पद पर भाजपा के राजिंदर शर्मा ने गठबंधन की निर्मला देवी को दो वोट से हराया है। भाजपा को 19 वोट और गठबंधन को 17 वोट मिले। सीनियर डिप्टी मेयर के चुनाव में भी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन का एक वोट कैंसिल हुआ है। चुनाव में भाजपा को 19 वोट और गठबंधन को 16 वोट मिले हैं। एक वोट कैंसिल हुआ है। माना जा रहा है कि अकाली दल के हरदीप सिंह ने फिर से भाजपा को वोट दिया है।
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जीत के बाद सांसद किरण खेर ने कहा कि मैं आज खुश हूं कि हम आज जीते हैं, आज भी एक वोट अमान्य हुआ तो किसी ने खिलाफ में वोटिंग की होगी… सभी भाजपा के पक्ष में हैं और देश में अब सबका रुख भाजपा की ओर है। कांग्रेस के कई बड़े नेता अब भाजपा में हैं, हिमाचल प्रदेश में अभिषेक मनु सिंघवी हार गए वह भी सबने देखा। भाजपा काम करती है, प्रधानमंत्री लोगों के लिए काम करते हैं और यही कारण है कि सभी भाजपा को पसंद करते हैं।
इससे पहले 11:12 मिनट पर वोटिंग खत्म हुई। सांसद किरण खेर ने पहला वोट डाला। उनके वोट डालने से पहले पार्षद सौरभ जोशी उनके पास आ गए, जिसको लेकर सदन में हंगामा हो गया। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के पार्षदों ने आरोप लगाया कि मतदान से पहले कोई पार्षद अपनी सीट से उठकर मतदान डालने वाले के पास कैसे जा सकता है। हालांकि बाद में मेयर के समझाने के बाद मामला शांत हो गया। सदन में पीठासीन अधिकारी मेयर कुलदीप कुमार और डीसी विनय प्रताप सिंह भी मौजूद हैं। वोटिंग के लिए मेयर ने डेढ़ घंटा तय किया है। आम आदमी पार्टी से बीजेपी में गए तीनों पार्षदों ने अपना वोट डाला है। इस घटनाक्रम के बाद चंडीगढ़ नगर निगम का भविष्य क्या होता है इस पर चर्चा शुरू हो गई है।
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