तीन तलाक कानून के अस्तित्व में होने के बाद भी अभी तक मुस्लिम महिलाओं को इसके दंश से छुटकारा नहीं मिला है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का है जहां एक मुस्लिम महिला को झांसे में रखकर पांच बच्चों के अब्बू ने निकाह किया। इसके बाद जब दहेज नहीं दिया तो तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोलकर घर से निकाल दिया। बाद में पीड़िता को देवर के साथ हलाला करने के लिए मजबूर कर दिया। हलाला के कारण जब पीड़िता गर्भवती हो गई तो उसका अबॉर्शन भी करवा दिया गया।
क्या है पूरा मामला
इस पूरे मामले का खुलासा उस वक्त होता है जब हाल ही में गोंडा के खोड़ारे थाने में एक मुस्लिम महिला मदद की गुहार लगाती है। उसने पुलिस में अपने ससुरालियों के खिलाफ जान से मारने की शिकायत की। पीड़िता ने पुलिस से की शिकायत में ये आरोप लगाया कि पिछले साल 25 सितंबर 2023 को उसका निकाह हुआ था। पीड़िता का कहना था कि उसे इस बात की जानकारी नहीं दी गई थी कि उसका शौहर पहले से विवाहित था। पीड़िता का आरोप है कि जब वो निकाह के बाद ससुराल पहुंची तो उसे पता चला कि उसका शौहर तो पहले से न केवल विवाहित है, बल्कि पांच बच्चों का अब्बू भी था।
पीड़िता ने कहा कि अपनी शादी बचाने के लिए उसने इस सच को स्वीकार कर लिया और अपने ससुराल में रहने लगी। हालांकि, कुछ दिन के बाद उसके ससुराल वालों ने उसे अपने मायके से बाइक और एक लाख रुपए दहेज के तौर पर दिलाने को कहा। पीड़िता ने बताया कि कई दिनों तक इसके लिए उन लोगों ने मुझ पर दबाव बनाया, लेकिन जब इसमें सफल नहीं हुए तो 10 दिसंबर को उसके शौहर ने दहेज को लेकर पीटा और फिर तीन बार तलाक-तलाक-तलाक बोलकर घर से बाहर निकाल दिया।
इसके बाद 18 दिसंबर को तीन तलाक देने के मामले में आरोपी ससुरालियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की तो पुलिसवालों ने मध्यस्थता करवा दी और दोबारा से पीड़िता अपने ससुराल पहुंची। लेकिन, जब पुलिस वाले चले गए तो शुरू हुआ हैवानियत का खेल, पीड़िता के मुताबिक, ससुराल वालों ने उसे अपने देवर के साथ हलाला करने के लिए मजबूर किया। इसके बाद ऑग्ल नववर्ष के मौके पर 1 जनवरी को उसे अपने देवर के साथ हलाला करना पड़ा। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि इसके बाद उसका शौहर उसे एक अस्पताल में ले गया और वहां पता चला कि वो दो माह की गर्भवती है। इसके बाद उसका गर्भपात करा दिया गया।
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इसके बाद फिर से दहेज के लिए प्रताड़ना का दौर शुरू हुआ। इस बार तो 31 जनवरी को ससुरालियों ने उसके गले में फांसी का फंदा डालकर उसकी हत्या करने की कोशिश की। हालांकि, पीड़िता के शोर से पड़ोसियों ने उसे बचा लिया। लेकिन पड़ोसियों के जाने के बाद पीड़िता को एक बार फिर से तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया गया।
क्या कहती है पुलिस
वहीं इस मामले को लेकर खोड़ारे थाने के प्रभारी मनोज कुमार पाठक ने बताया कि महिला की शिकायत के आधार पर उसके पति, देवर, ससुर और अन्य ससुरालियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि हलाला का अभी तक कोई सबूत नहीं मिल सका है। जांच की जा रही है।
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