भोपाल । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि आज चारों तरफ एक ही बात सुनाई देती है- अबकी बार 400 पार। पहली बार ऐसा हुआ है जब जनता ने खुद अपनी प्रिय सरकार की वापसी के लिए ऐसा नारा बुलंद कर दिया है। ये नारा भाजपा ने नहीं, बल्कि देश की जनता-जनार्दन का दिया हुआ है। मोदी की गारंटी पर देश का इतना विश्वास भाव-विभोर करने वाला है। हमारे लिए सरकार बनाना अंतिम लक्ष्य नहीं है। हमारे लिए सरकार बनाना देश निर्माण का माध्यम है। हम तीसरी बार में देश को तीसरी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बनाने के लिए चुनाव में उतर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार शाम को कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘विकसित भारत विकसित मध्य प्रदेश’ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत मंत्रीगण एवं अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। राज्यपाल पटेल एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम में रिमोट का बटन दबाकर उज्जैन में स्थापित विक्रमादित्य वैदिक घड़ी का लोकार्पण और 17,000 करोड़ रुपये से से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। इनमें सिंचाई, बिजली, सड़क, रेल, कोयला, उद्योग से जुड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं। उन्होंने उज्जैन में स्थापित विश्व की पहली वैदिक घड़ी का उद्घाटन और प्रदेश के सभी जिलों में साइबर तहसील परियोजना की भी शुरुआत की।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत डिंडौरी सड़क हादसे पर संवेदनाएं व्यक्त करते हुए की। उन्होंने कहा कि मैं डिंडोरी सड़क हादसे पर अपना दुख व्यक्त करता हूं। इस हादसे में जिन लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, मेरी संवेदनाएं उनके साथ हैं, जो लोग घायल हैं, उनके उपचार की हर व्यवस्था सरकार कर रही है। दुख की इस घड़ी में मैं मध्य प्रदेश के लोगों के साथ हूं।
उन्होंने कहा कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के कार्यक्रम में 200 से ज्यादा स्थानों पर 20 लाख से ज्यादा लोग जुड़े हों, यह सामान्य नहीं है। मुझे दिख रहा है कि लोगों में कितना जोश, उमंग है। कल से ही मप्र में नौ दिन का विक्रमोत्सव शुरू होने वाला है। ये हमारी गौरवशाली विरासत और वर्तमान के विकास का उत्सव है। हमारी सरकार विरासत और विकास को कैसे एक साथ लेकर चलती है, इसका प्रमाण उज्जैन में लगी वैदिक घड़ी भी है। यह भारत को विकसित बनाएगा।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश आत्मनिर्भर भारत, मेक इन इंडिया का मजबूत स्तंभ बनेगा। मुरैना के सीतापुर में मेगा लेजर एंड फुटवेयर क्लस्टर, इंदौर में रेडिमेड गारमेंट इंडस्ट्री के लिए पार्क, मंदसौर में इंडस्ट्रियल पार्क का विस्तार, धार में इंडस्ट्रियल पार्क का निर्माण इसी दिशा में उठाए जा रहे कदम है। कांग्रेस की सरकारों ने मैन्युफैक्चरिंग की हमारी पारंपरिक ताकत को भी बर्बाद कर दिया था। खिलौना बनाने की हमारी बड़ी परंपरा रही है। स्थिति यह थी कि कुछ साल पहले तक हमारे बाजार और घर विदेशी खिलौनों से भरे पड़े थे। हमने देश के खिलौने बनाने वाले पारंपरिक परिवारों को विश्वकर्मा परिवार के तौर पर मान्यता दी। बुधनी के खिलौना बनाने वालों के लिए अनेक अवसर मिलने वाले हैं। इससे खिलौना निर्माण को बल मिलेगा। जिन्हें कोई नहीं पूछता, उन्हें मोदी पूछता है।
मोदी ने कहा कि गांव वालों को जमीन से जुड़े छोटे-छोटे तहसीलों के चक्कर काटने पड़ते थे। अब हमारी डबल इंजन सरकार ने पीएम स्वामित्व योजना के जरिये स्थायी समाधान निकाल रही है। मध्य प्रदेश तो इस योजना के तहत शत-प्रतिशत गांवों का ड्रोन से सर्वे किया जा चुका है। 20 लाख से अधिक स्वामित्व कार्ड दिए जा चुके हैं। गांव के घरों के कानूनी दस्तावेज मिल रहे हैं, इससे गरीब कई तरह के विवादों से बचेगा। गरीब को हर मुसीबत से बचाना ही तो मोदी की गारंटी है। मध्य प्रदेश के सभी 55 जिलों में साइबर तहसील योजना का विस्तार किया जा रहा है। नामांतरण, रजिस्ट्री से जुड़ी समस्याओं का समाधान डिजिटल माध्यम से हो जाएगा। इससे ग्रामीण परिवारों का समय और पैसा बचेगा।
उन्होंने कहा कि 2014 से पहले के 10 वर्षों में देश के करीब 40 लाख हेक्टेयर भूमि को सूक्ष्म सिंचाई के दायरे में लाया गया था, लेकिन बीते 10 वर्षों में इसका दोगुना करीब 90 लाख हेक्टेयर खेती को सूक्ष्म खेती से जोड़ा गया है। बीते 10 वर्षों में पूरे विश्व में भारत की साख बहुत अधिक बढ़ी है। आज दुनिया के देश भारत के साथ दोस्ती करना पसंद करते हैं। कोई भी भारतीय आज विदेश जाता है, तो उसको बहुत सम्मान मिलता है। भारत की इस बढ़ी हुई साख का सीधा लाभ निवेश में होता है, पर्यटन में होता है। आज अधिक से अधिक लोग भारत आना चाहते हैं और आएंगे तो एमपी आना ही है, क्योंकि एमपी अजब है गजब है। ओंकारेश्वर और ममलेश्वर में श्रद्धालुओं की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है। ओंकारेश्वर में विकसित किए जा रहे एकात्म धाम की वजह से यह संख्या और बढ़ेगी। 2028 में उज्जैन में सिंहस्थ होने वाला है। इच्छापुर से इंदौर तक फोन लेन बनने से श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। रेल परियोजनाओं से भी मध्य प्रदेश की कनेक्टिविटी सशक्त होगी।
उन्होंने कहा कि छोटे किसानों की एक और बड़ी परेशानी गोदाम की कमी की रही है। इसके कारण छोटे किसानों को औने-पौने दाम पर अपनी उपज मजबूरी में बेचनी पड़ती थी। हम भंडारण से जुड़ी दुनिया की सबसे बड़ी योजना पर काम कर रहे हैं। आने वाले वर्षों में देश में हजारों की संख्या में बड़े गोदाम बनाए जाएंगे। 700 लाख मीट्रिक टन अनाज के भंडारण की व्यवस्था देश में बनेगी। इस पर सरकार सवा लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने जा रही है। हमारी सरकार गांव को आत्मनिर्भर बनाने पर बल दे रही है। इसके लिए सहकारिता का विस्तार किया जा रहा है। अभी तक हम दूध और गन्ने के क्षेत्र में सहकारिता के लाभ देख रहे हैं। भाजपा सरकार अनाज, फल-सब्जी, मछली समेत हर सेक्टर में सहकारिता पर बल दे रही है। इसके लिए लाखों गांवों में सहकारी संस्थाओं का गठन किया जा रहा है। कोशिश यह है कि खेती, पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मुर्गीपालन, मछलीपालन, हर प्रकार से गांव की आय बढ़े।
सौजन्य – सिंडिकेट फीड
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