पश्चिम बंगाल में पिछले साल मार्च में रामनवमी के मौके पर इस्लामिक कट्टरपंथियों ने साजिश के तहत दंगा किया था। ये दंगा उत्तर दिनाजपुर जिले के दलखोला में हिन्दुओं द्वारा निकाली गई रामनवमी जुलूस के दौरान हुआ था। अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने साम्प्रदायिक दंगे की साजिश रचने और करने के मामले में 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
जांच एजेंसी ने एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए इसकी जानकारी दी। NIA ने सोमवार को बताया कि आरोपियों की पहचान 30 मार्च 2023 को हुई हिंसा के वीडियो फुटेज के आधार पर की गई है। जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, उनकी पहचान अफरोज आलम, मोहम्मद अशरफ, मोहम्मद इम्तियाज आलम, इरफान आलम, कैसर, मोहम्मद फरीद आलम, मोहम्मद फुरकान आलम, मोहम्मद पप्पू, मोहम्मद सुलेमान, मोहम्मद सरजन, मोहम्मद नुरुल होदा उर्फ “नानुआ”, वसीम आर्य, मोहम्मद सलाउद्दीन, मोहम्मद जन्नाथ आलम, वसीम अकरम उर्फ ”विक्की” और मोहम्मद तनवीर आलम के रूप में हुई है। ये सभी कट्टरपंथी दालखोला के ही रहने वाले हैं।
NIA Arrests 16 in West Bengal Ram Navami Violence Case pic.twitter.com/gQ1FQNwxXL
— NIA India (@NIA_India) February 26, 2024
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गौरतलब है कि दलखोला स्थित तजामुल चौक पर रामनवमी जुलूस पर कट्टरपंथियों के हमले के बाद पुलिस ने मामले में 162 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया था। हालांकि, इस मामले में ममता सरकार के पक्षपातपूर्ण रवैये भी सामने आए। उन्होंने इस हिंसा के लिए खुद हिन्दुओं को ही जिम्मेदार ठहरा दिया। बाद में कोलकाता हाई कोर्ट ने मामले की जांच 27 अप्रैल 2023 को NIA को सौंप दी।
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उल्लेखनीय है कि 30 मार्च को दिनाजपुर में रामनवमी के मौके पर हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल के हावड़ा और हुगली में भी शोभायात्रा पर पत्थर बरसाए गए थे। इसके बाद वहां भी हिंसा की घटना हुई थी। इसके बाद भाजपा और टीएमसी के बीच सियासी विवाद खड़ा हो गया था। इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि एनआईए ने अभी अपनी जांच को जारी रखा है।
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