प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को देशभर 27 राज्यों के 554 रेलवे स्टेशनों के रीडेवलपमेंट कार्यों का शिलान्यास किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इन योजनाओं का वर्चुअली शुभारंभ किया। उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि इस रीडेवलमेंट परियोजना के तहत 1500 से भी अधिक सड़कें, फ्लाईओवर, अंडरपास भी शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि आपका सपना ही मोदी का संकल्प है। आपका सपना, आपकी मेहनत और मोदी का संकल्प विकसित भारत की गारंटी है।
करीब 40,000 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का शिलान्यास प्रधानमंत्री ने किया। पीएम मोदी ने कहा कि आज 2000 से अधिक रेलवे से जुड़ी परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण एक साथ हुआ है। कुछ दिन पहले अमृत भारत रेलवे स्टेशन योजना की शुरुआत की थी, तब भी 500 से अधिक स्टेशनों के आधुनिकीकरण को लेकर काम हुआ था। प्रधानमंत्री ने तीसरे टर्म में वापसी का विश्वास जताते हुए कहा कि इस सरकार के तीसरे टर्म की शुरुआत जून से होने जा रही है, लेकिन उससे पहले ही जिस तेजी से काम हो रहे हैं, ये सभी को चौंकाने वाले हैं। उल्लेखनीय है कि स्टेशनों के रीडेवलपमेंट योजना के तहत 27 राज्यों के 300 से अधिक जिलों को कवर किया जाएगा।
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विकसित भारत के सूत्रधार हैं युवा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने का सूत्रधार करार देते हुए कहा कि मोदी जब विकसित भारत की बात करता है, तो इसके सूत्रधार और सबसे बड़े लाभार्थी, देश के युवा ही हैं। आज की इन परियोजनाओं से देश के लाखों नौजवानों को रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसर मिलेंगे। आज रेलवे का जो ये कायाकल्प हो रहा है, ये उन साथियों को भी लाभ देगा, जो स्कूल-कॉलेज में पढ़ाई कर रहे हैं। ये कायाकल्प उनके भी बहुत काम आएगा, जो 30-35 वर्ष से कम आयु के हैं। विकसित भारत, युवाओं के सपनों का भारत है। इसलिए विकसित भारत कैसा होगा, ये तय करने का सबसे अधिक हक वो भी उन्हीं को है।
बड़े परिवर्तन के दौर से गुजर रही रेलवे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि भारतीय रेलवे आज बड़े परिवर्तन के दौर से गुजर रही है। बीते 10 वर्षों में हम सभी ने एक नया भारत बनते देखा है। हम अपनी आंखों से रेलवे में बदलाव होते देख रहे हैं। दशकों तक रेलवे के घाटे में होने का रोना रोया जाता था, जब हम अर्थव्यवस्था के मामले में 11वें नंबर पर थे तो रेलव का औसत बजट करीब 45 हजार करोड़ का था, लेकिन आज ये ढाई लाख करोड़ का है औऱ हम दुनिया की 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था हैं।
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