अमेरिका में राष्ट्रपति के लिए होने वाले चुनावों को लेकर जारी सियासी सरगर्मी के बीच आए दिन राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार मानी जा रहीं निक्की हेली और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बहसबाजी आम हो गई है। लेकिन अब राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन से पहले ही निक्की को करारा झटका लगा है। डोनाल्ड ट्रंप ने भारतवंशी निक्की हेली को उनके ही गृह राज्य साउथ कैरोलिना में हरा दिया है। ये हेली के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
इस जीत के साथ डोनाल्ड ट्रंप मिल्वौकी में रिपब्लिकन (उनकी पार्टी) की तरफ से ग्रीष्मकालीन सम्मेलन से महीनों पहले ही नामांकन हासिल करने की राह पर हैं। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप आयोवा, न्यू हैम्पशायर और नेवादा में शुरुआती मतदान वाले राज्यों में जीत हासिल करते हुए अपने प्रतिनिधियों को जीत दिला चुके हैं। निक्की हेली कभी संयुक्त राष्ट्र में उनकी विशेष दूत थीं, लेकिन अब उन्हें (निक्की हेली) उन्हीं के घर में करारी शिकस्त मिली है। हालांकि, हेली ने परिणामों की परवाह न करते हुए आगे बढ़ने की बात कही है।
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निक्की हेली ने ऐलान किया है कि 5 मार्च से पहले कंट्री वाइड अपने अभियान की शुरुआत करेंगी, लेकिन उससे पहले 27 फरवरी को मिशिगन में एक बड़ी चुनावी रैली करेंगी। जानकारों का कहना है कि 52 वर्षीय निक्की हेली खुद को भविष्य के राष्ट्रपति पद के आधार के रूप में तैयार कर रही हैं। कुछ लोगों का तो ये भी कहना है कि हार के बाद भी हेली लगातार चुनावों के प्रचार में लगी हुई हैं ऐसा करके वो रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के दूसरे उम्मीदवार के तौर पर तैयार कर रही हैं।
ट्रंप के साथ जुड़े हैं कई विवाद
उधर पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जीत तो रहे हैं, उनके ऊपर लगे गुंडागर्दी के आरोपों ने अब तक उनका पीछा नहीं छोड़ा है। कैपिटल हिल्स पर ट्रंप समर्थकों का हुड़दंग दुनिया अभी तक नहीं भूली है। ट्रंप गुंडागर्दी के मामले में शतक बनाने से केवल 9 रन पीछे हैं, मतलब ये कि ट्रंप पर गुंडागर्दी के 91 केस चल रहे हैं। इसके अलावा हाल के दिनों में लगातार उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाहियां हो रही हैं। ऐसे में उनकी मुश्किलें भी आसान नहीं होती दिख रही हैं। इसका फायदा निक्की हली बखूबी उठा रही हैं।
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