अयोध्या से मैसूर के लिए श्रद्धालुओं को लेकर वापस लौट रही एक स्पेशल ट्रेन “जय श्री राम के जयकारों से गूंज रहीं थी। भगवन राम के भक्त भजन कीर्तन करते हुए अपने सफर का आनंद ले रहे थे। तभी कुछ युवक भजन कीर्तन और जय श्रीराम के उद्घोष को सुनकर भड़क उठे और पूरी ट्रेन को आग के हवाले करने की बात करने लगे।
जिसके बाद ट्रेन में मौजूद अन्य सवारियां भड़क उठीं और उन युवकों को पकड कर रेलवे पुलिस बाल को सौंप दिया। लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में नहीं लिया। आरोपियों को हिरासत में न लेने की बात जैसे वहां मौजूद लोगों ने सुनी तो हंगामा होना शुरू हो गया और लोगों ने गिरफ्तारी की मांग करना शुरू कर दी।
वहीं जब इस बात की जानकारी कुछ हिंदूवादी और भाजपा कार्यकर्ताओं को हुई तो वो लोग भी स्टेशन पर पहुँच गए और लोगों की मांग का समर्थन करने लगे।
वहीं हंगामा बढ़ता देख बेल्लारी के पुलिस अधीक्षक बीएल श्रीहरिबाबू अपने साथ कई थानों का पुलिस फोर्स लेकर स्टेशन पहुंचे और उन्होंने तरण में आग लगाने की धमकी देने वाले युवकों में से एक को गिरफ्तार कर भारतीय दंड संहिता की धारा 295A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से दुर्भावनापूर्ण कृत्य), 504 (जानबूझकर अपमान करना), 506 (जान से मारने की धमकी) के तहत मामला दर्ज किया। इसके अलावा उन्होंने बताया कि अन्य आरोपियों की तलाश भी पुलिस द्वारा की जा रही है।
बता दें तीनों आरोपी ट्रेन में शुक्रवार रात करीब 8।40 बजे चढ़े थे और उन्होंने जैसे ही भगवान श्री राम के जयकारों के उद्घोष सुने तो वह भड़क उठे। जिसके बाद उनका श्रद्धालुओं और अन्य यात्रियों से उनका विवाद हुआ और बात ट्रेन को आग लगाने तक जा पहुंची।
वहीं अयोध्या में भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के एक महीने बाद भी लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं हुई है। आस्था का ज्वार अब भी चरम पर है। अयोध्या के हृदय स्थल राम मंदिर में आस्था की हलचल का एहसास 10 किलोमीटर से भी अधिक दूर से ही होने लगता है, जहां दूर-दूर से श्रद्धालुओं को लाने वाली बसें सड़कों पर कतार में खड़ी रहती हैं।
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