अफगानिस्तान में सत्ता पर काबिज कट्टर इस्लामवादी लड़ाकों की सरकार ने अपने फरमानों की कड़ी में अब एक और फरमान जोड़ा है। तालिबान हुकूमत ने पहले से ही वहां नागरिकों पर कई तरह की पाबंदियां थोपी हुई हैं। अब एक नई पाबंदी की घोषणा की गई है। इसके तहत फोटो लेने और वीडियो बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जो कोई इस पाबंदी को तोड़ेगा उसे इस्लामी कानून शरियत के तहत कड़ी सजा तय की गई है।
तीन साल से अफगानिस्तान पर राज कर रहे पाषाणयुगीन सोच के इस्लामवादी कभी दुनिया के साथ कदम मिलाकर चली जनता को इस्लामी कायदों के तहत आज के वक्त की सभी प्रकार की चीजों से दूर करते जा रहे हैं। गत तीन वर्ष में महिलाओं को तो घरों की हदों तक लगभग कैद कर ही दिया गया है। लड़कियों की तालीम भी बंद है। आधुनिक फैशन और कपड़ों का नाम लेना भी वहां जुर्म बन चुका है।
एक के बाद एक फरामन जारी करते हुए, तालिबान लड़ाकों ने नागरिकों को भुखमरी की कगार पर ला छोड़ा है। उसके फरमानों को न मानने वालों को जिस प्रकार प्रताड़ित किया जाता है या जान से ही मार दिया जाता है, उसे दुनिया देखती ही आ रही है। वहां का मीडिया भी बहुत सीमित दायरों में काम करने को मजबूर कर दिया गया है।
हालांकि कट्टर इस्लामवादी हुकूमत के नित नए फरमानों से आम नागरिक तंग आ चुके हैं लेकिन ऐसा कोई नहीं है जिसके सामने वे फरियाद कर सकें इसलिए वे मजबूर हैं। उन्हें उन्माद से भरे मौलवियों के फतवों या तालिबान के फरमानों को मानना ही पड़ता है।
तालिबानी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी बारीक नजर रखेंगे। तालिबान का यह नया फरमान कहता भी है कि तालिबान के अफसर लोगों की हरकतों पर नजर रखेंगे। किसी ने भी सोशल मीडिया पर कोई फोटो या वीडियो डाली तो फौरन कार्रवाई की जाएगी। उसे शरिया कानून के तहत कड़ी सजा देंगे।
तालिबान लड़ाके हर तरह की आधुनिक चीजों को शरिया विरोधी करार देकर उस पर पाबंदी लगा देते हैं। उनका खौफ इतना है कि नागरिक डर कर रहने को मजबूर हैं। वहां कोई नहीं बता सकता कि किस दिन कौन सा नया फरमान लागू कर दिया जाएगा। कब क्या करने पर कोड़े खाने पड़ेंगे या गोली से उड़ा दिए जाएंगे।
अब यह फोटो, वीडियो का नया फरमान भी भितरखाने चर्चा का केन्द्र बना हुआ है। इस फरमान में कहा गया है कि कोई भी आदमी फोटो लेता या वीडियो बनाता न पाया जाए। अगर कोई ऐसा करता दिखा तो शरिया के अनुसार सजा दी जाएगी। स्पष्ट है कि अब से अफगानिस्तान के नागरिक किसी की फोटो नहीं ले पाएंगे, कोई वीडियो नहीं बना पाएंगे यानी अब से अफगानिस्तान की बदहाली की गाहे बगाहे सोशल मीडिया पर आने वाली तस्वीरें नहीं दिख पाएंगी। तालिबान को पाबंदी तोड़ने वाले को सीधा जेल में डाल दिया जाएगा।
यही वजह है कि अब से तालिबानी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी बारीक नजर रखेंगे। तालिबान का यह नया फरमान कहता भी है कि तालिबान के अफसर लोगों की हरकतों पर नजर रखेंगे। किसी ने भी सोशल मीडिया पर कोई फोटो या वीडियो डाली तो फौरन कार्रवाई की जाएगी। उसे शरिया कानून के तहत कड़ी सजा देंगे।
पहले अनेक अवसरों पर तालिबान ने अपना खौफ बरपाने के लिए ‘अपराधियों’ को सार्वजनिक रूप से सजाएं दी हैं। वहां गोली मारकर मौत की सजा देने से लेकर क्रेन पर टांग कर फांसी तक दी जा चुकी है। महिलाओं को भी सरेआम कोड़े मारे गए हैं या पत्थरों की मार से उनकी जान ली गई है।
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