पश्चिम बंगाल के संदेशखाली का मुख्य विलेन और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का करीबी शेख शाहजहां न केवल हिन्दू महिलाओं के साथ यौन बर्बरता का आरोपी है। बल्कि, उस पर जमीनों पर जबरन कब्जा करने और रंगदारी वसूलने का आरोप भी है। संदेशखाली में महिलाओं के साथ बर्बरता के बाद अब जब प्रशासन सख्त होने लगा है तो उसके सताए सभी पीड़ित न्याय की आस में अब खुलकर सामने आने लगे हैं। बीते 6 दिन में शेख शाहजहां के खिलाफ 700 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, बीते 6 दिनों में संदेशखाली के ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिसर के पास जितनी भी शिकायतें पीड़ितों ने की हैं, उनमें से अधिकतर जमीनों पर जबरन कब्जा करने और महिलाओं के साथ रेप और यौन शोषण जैसी शिकायतें हैं। बताया जाता है कि संदेशखाली के मुद्दे पर मुख्य विपक्षी भाजपा ने जमकर दबाव बनाने की कोशिशें की हैं, जिसका असर ये हुआ है कि मजबूरन 6 दिन पहले ममता सरकार को पीड़ितों की शिकायतों को दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू करनी पड़ी।
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इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि संदेशखाली के मुख्य आरोपी शेख शाहजहां ने जिन भी लोगों की जमीनों पर अवैध कब्जा किया वहां के खेतों के उसने तालाब बनाकर उसमें मछली पालन शुरू कर दिया था। प्रशासन ने पीड़ितों के कागजात देखकर उनकी जमीनों को उन्हें लौटाना शुरू कर दिया है। लेकिन अब पीड़ितों के सामने एक नई समस्या आ खड़ी हुई है। संदेशखाली के अधिकारियों का कहना है कि लोगों को उनकी जमीन तो मिल गई, लेकिन अब उनका ये कहना है कि खारे पानी का तालाब बन चुके खेतों को फिर से कृषि के लायक कैसे बनाएं।
वहीं पुलिस ने भी पीड़ित महिलाओं की शिकायत पर शेख शाहजहां के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कर रही है।
संदेशखाली विवाद ने खोली शेख शाहजहां के अत्याचार की परतें
गौरतलब है कि पीडीएस घोटाले के आऱोपी शेख शाहजहां ने संदेशखाली में अत्याचार की सभी सीमाओं को लांघ दिया था। आरोप है कि वहां उसने कई हिन्दू महिलाओं के साथ बर्बरता की। शेख शाहजहां और उसके गुर्गे शिव प्रसाद हाजरा और उत्तम सरदार ने कई हिन्दू महिलाओं के साथ गैंगरेप किया। बताया जाता है कि शेख शाहजहां का खौफ ऐसा है कि वो जिस दरवाजे के सामने खड़ा हो जाता था उस घर से लड़िकियों को उठा लिया जाता था। बाद में इस माह की शुरुआत में पीड़ितों ने अपनी आवाज उठाई तो राजनीतिक दलों ने इसे आगे बढ़ाया। तब जाकर अब शेख शाहजहां के अत्याचारों की परतें खुल रही हैं।
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