यूक्रेन की उप विदेश मंत्री ने दुनिया में भारत के बढ़ते कद को पहचानते हुए कहा है कि भारत की शांति लाने में एक बड़ी भूमिका होगा, उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यूक्रेन की उप विदेश मंत्री इरीना बोरोवेट्स ने यह बात रूस—यूूक्रेन युद्ध के संबंध में भले कही है, लेकिन इससे साफ है कि दुनिया के विभिन्न देश भारत को वैश्विक शांति के लिए एक प्रमुख आवाज मानते हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध को दो साल हो चुके हैं लेकिन अभी भी उसके थमने के आसार दूर दूर तक नजर नहीं आ रहे हैं। भारत का शुरू से ही इस ओर स्पष्ट मत रहा है कि युद्ध से किसी समस्या का हल नहीं मिलता, शांति से वार्ता करके ही समाधान खोजा जा सकता है। यूक्रेन की मंत्री के बयान के पीछे भारत की इसी भूमिका का सम्मान प्रमुखता से दृष्टिगोचर होता है। उल्लेखनीय है कि गत वर्ष रूस के राष्ट्रपति पुतिन से अपनी भेंट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे साफ कहा था कि यह जमाना युद्ध का नहीं है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में दोनों में से कोई घुटने टेकता नहीं दिख रहा है। पश्चिम के देश अब भी यूक्रेन को पैसे और हथियारों से मदद देने की कसमें खा रहे हैं तो दूसरी ओर रूस के पाले में चीन और उत्तर कोरिया दमदारी से खड़े हुए हैं। फ्रांस, जर्मनी, यूके सहित कई देश मध्यस्थता की कोशिश कर चुके हैं लेकिन अभी तक उसका कोई परिणाम नहीं निकला है, बल्कि युद्ध और भीषण ही होता गया है।
ऐसे में, यूक्रेन की उप विदेश मंत्री इरीना मानती हैं कि भारत ग्लोबल साउथ की आवाज है। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि यूक्रेन और रूस के बीच जारी लड़ाई का अगर कोई शांतिपूर्ण समाधान निकालना है तो उसमें भारत की भूमिका बहुत अहम रहेगी।
इरीना का यह भी मानना है कि भारत अपनी इसी महत्वपूर्ण भूमिका की वजह से वैश्विक नेतृत्व देता है। इसलिए ही भारत ग्लोबल साउथ के देशों का प्रतिनिधित्व करता है और उनकी एक ताकतवर आवाज है। यूक्रेन के प्रति भारत की भावनाओं का सम्मान करते हुए इरीना ने कहा कि यह देश है जो उनके देश यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता को मूल्य देता है, उसकी इज्जत करता है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत इस विषय पर और ज्यादा आवाज उठा सकता है। इस तरफ ज्यादा कोशिशें कर सकता है। इसलिए बहुत जरूरी है कि ऐसे किसी प्रयास में भारत को रास्ता निकालने की प्रक्रिया में शामिल किया जाए। यूक्रेनी मंत्री ने जानकारी दी कि उन्होंने भारत को आमंत्रित किया है कि वह स्विट्जरलैंड में आगामी विश्व शांति सम्मेलन में आए और उनकी उम्मीद के अनुसार, शांति के प्रयासों में अपनी भूमिका निभाए।
भारत के महत्व के संदर्भ में इरीना का यह भी मानना है कि भारत अपनी इसी महत्वपूर्ण भूमिका की वजह से वैश्विक नेतृत्व देता है। इसलिए ही भारत ग्लोबल साउथ के देशों का प्रतिनिधित्व करता है और उनकी एक ताकतवर आवाज है। यूक्रेन के प्रति भारत की भावनाओं का सम्मान करते हुए इरीना ने कहा कि यह देश है जो उनके देश यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता को मूल्य देता है, उसकी इज्जत करता है। यह एक प्रकारी से यूक्रेन के लिए समर्थन ही है।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी तनाव के दौरान भरत ने अनेक अवसरों पर दोनों ही देशों के आम लोगों के उसके प्रभाव में आने और उनकी जानें जाने पर अफसोस जताते हुए उसकी निंदा ही की है। भारत ने इसके समाधान के लिए बातचीत को ही एकमात्र रास्ता बताया है। प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली में सितम्बर 2023 में जी-20 शिखर सम्मेलन में भी यही भाव व्यक्त किया था।
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