इंडिया एलायंस ने एक तरफ लोकसभा बैठकों के तालमेल के लिए बुधवार को दिल्ली में मीटिंग की और दूसरी तरफ एलाइंस के स्थानीय नेता विरोध का सुर आलाप रहे हैं। गुजरात के भरूच लोकसभा बैठक पर कांग्रेस के स्थानीय नेता ने आप के साथ गठबंधन के सामने विरोध जताकर पत्र लिखा और वहीं दूसरी और अब दिवंगत नेता अहमद पटेल के पुत्र फैजल पटेल का विरोध भी सामने आया है।
नई दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग के मामले में बुधवार को बैठक संपन्न हुई। इस बैठक के बाद गुजरात लोकसभा चुनाव की बात करें तो आम आदमी पार्टी को गुजरात में भरूच और भावनगर की बैठक आवंटित की जाने की प्रबल संभावना है। वैसे इन दो बैठकों के लिए कांग्रेस का मन तो नही मान रहा लेकिन आम आदमी पार्टी की मांग के सामने झुकते हुए भरूच और भावनगर बैठक पर आम आदमी पार्टी अपना उम्मीदवार रखेगी। शायद इसी समझौते के चलते आम आदमी पार्टी ने भरूच लोकसभा बैठक पर से अपने उम्मीदवार चैतर वसावा का नाम घोषित भी कर दिया है। भरूच लोकसभा बैठक पर वसावा का नाम घोषित होने से पहले ही कांग्रेस के स्थानीय नेता राजेंद्र सिंह राणा ने राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर विरोध जता दिया था। कांग्रेस के स्थानिक नेता भरूच बैठक पर से कांग्रेस मुस्लिम उम्मीदवार का नाम घोषित करें ऐसी मांग कर रहे हैं और साथ में ही आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने से भी इनकार कर रहे हैं।
इस पत्र की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई और कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल के पुत्र फैजल पटेल ने भी भरूच में आप के साथ गठबंधन के सामने विरोध जताया है। फैजल पटेल ने सोशल मीडिया पर अपना विरोध जताते हुए कहा है कि अगर आप के साथ गठबंधन किया गया तो ऐसी स्थिति में वह निष्क्रिय हो जाएंगे फैजल पटेल ने कहा है कि वह खुद या फिर कांग्रेस का कोई भी कार्यकर्ता आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार का समर्थन नहीं करेगा।
ऐसी स्थिति में भरूच लोकसभा बैठक पर कांग्रेस की मुश्किलें और भी बढ़ी है। बता दें कि भरूच लोक सभा बैठक पर उम्मीदवार के तौर पर खुद फैजल पटेल और उनकी बहन मुमताज पटेल टिकट पाने के लिए कतार में हैं।
गुजरात में आम आदमी पार्टी को भरूच और भावनगर की बैठक दिए जाने की संभावना के बीच भरूच की तरह आम आदमी पार्टी ने भावनगर बैठक पर भी बोटाद के विधायक और कोळी नेता उमेश मकवाना का नाम घोषित कर दिया है। भाजपा इस बैठक पर केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया को मैदान में उतारे ऐसी चर्चा चल रही है। इस परिस्थिति में 4.50 लाख कोळी मतदाताओं के जाति समीकरण को ध्यान में रखकर वोटिंग हुआ तो मकवाना और मांडवीया के बीच चुनाव जंग जमेगा। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा ने कोळी उम्मीदवार भारतीय शियाल को जबकि कांग्रेस ने पाटीदार नेता मनहर पटेल को मैदान में उतारा था।
कांग्रेस के सूत्रों की माने तो सीट शेयरिंग फार्मूला के तहत कांग्रेस गुजरात में आम आदमी पार्टी को सूरत और जामनगर बैठक देना चाहती है। क्योंकि पिछले चुनाव में भरूच और भावनगर में आप को कुछ खास मत नहीं मिले थे। जबकि सूरत और जामनगर लोकसभा अंतर्गत की विधानसभा बैठकों पर आप को ठीक-ठाक मत मिले थे। अब जब आप ने भरूच और भावनगर बैठक पर से अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं तब इंडिया एलाइंस सीट शेयरिंग फार्मूला का हल कैसे निकालता है इस पर सब की नजर टिकी हुई है।
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