भोपाल। मध्य प्रदेश के मूक बधिरों के भी ड्राइविंग लाइसेंस बनेंगे। इस संबंध में डेफ केन फाउण्डेशन के प्रतिनिधियों ने बुधवार को मंत्रालय में परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह से मुलाकात की। उन्होंने ज्ञापन देकर परिवहन मंत्री से मांग की कि अन्य प्रदेशों की तरह मध्यप्रदेश में भी मूक-बधिरों के परीक्षण के बाद ड्राइविंग लाइसेंस तैयार किये जाएं।
संस्था की सचिव प्रीति सोनी ने बताया कि तमिलनाडु, दिल्ली और गुजरात में मूक-बधिरों को ड्राइविंग लाइसेंस सामान्य व्यक्तियों के साथ ही समस्त औपचारिकता के बाद दिये जा रहे हैं। हाल ही में दिल्ली हाईकोर्ट ने इस संबंध में आदेश जारी किये हैं।
परीक्षण के बाद मध्यप्रदेश में भी बनेंगे लाइसेंस
परिवहन मंत्री सिंह ने चर्चा के बाद प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि परीक्षण के बाद मध्यप्रदेश में भी मूक-बधिरों के ड्राइविंग लाइसेंस बनाये जाएंगे। इसके लिये विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी किये जा रहे हैं। डेफ केन फाउण्डेशन का कार्यालय भोपाल के एफ-34, न्यू मिनाल रेसीडेंसी, जे.के. रोड पर है। केन फाउण्डेशन मूक-बधिरों के कल्याण और शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहा है।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ