उत्तराखंड में कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के पास सुंदरखाल, गर्जिया इलाके में घूम रहे आदमखोर बाघ को आखिरकार वन कर्मियों ने बेहोशी का इंजेक्शन देकर पकड़ लिया। बाघ को रेस्क्यू सेंटर लाया गया है, जहां उसके होश में आने के बाद उसे यहां पिंजरे में कैद करके रखा जाएगा।
कॉर्बेट प्रशासन और तराई वेस्टर्न सर्कल की संयुक्त ऑपरेशन में आदमखोर बाघ को देर रात अपने काबू में कर लिया। इस बाघ को एक जानवर के शिकार के बाद पुनः उसी स्थान पर वापस आने के दौरान बेहोशी का इंजेक्शन देकर पिंजरे में डाला गया।
जानकारी के मुताबिक ये वही बाघ है जिसने क्षेत्र की तीन महिलाओं को बीते समय में अपना निवाला बनाया था। इसे पकड़ने के लिए लंबे अरसे से ग्रामीण आंदोलन कर सड़क जाम कर रहे थे। ये बाघ करीब 6 माह से इलाके में घूम रहा था। बाघ के भय से क्षेत्र में रहने वाले स्कूली बच्चों को भी सशस्त्र पहरे में विद्यालय भेजा जा रहा था।
कॉर्बेट निदेशक डॉ धीरज पांडेय ने बताया कि आदमखोर को पकड़ लिया गया है और उसे रेस्क्यू सेंटर लाया गया है। जहां उसका परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद उत्तराखंड वन्य जीव प्रतिपालक और एनटीसीए से चर्चा कर इसका भविष्य तय किया जाएगा।
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