देहरादून। हल्द्वानी वनभूलपूरा की घटना के विरोध में आज प्रदेशभर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। उसके बाद जिला स्तर पर ज्ञापन सौंपा। इसी क्रम में देहरादून में भी बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा वनभूलपूरा की घटना का विरोध दर्ज करते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि प्रदेश में इस प्रकार की जिहादी घटना की पुनरावृति करने का दुस्साहस कोई कट्टरपंथी जिहादी ताकत न कर पाए।
राज्यपाल को प्रेषित ज्ञापन में बजरंग दल ने कहा है कि हल्द्वानी में अवैध मदरसे को हटाने गई पुलिस पर जानलेवा हमला व आगजनी करने वाले आरोपियों पर सख्त कार्रवाई हेतु ज्ञापन में कहा है कि उच्च न्यायालय के आदेश पर अवैध मदरसे को हटाने गई पुलिस व प्रशासन की टीम पर जिहादी भीड़ द्वारा पूर्व तैयारी कर सांप्रदायिक हमला किया गया। पुलिस थाने को आग लगा दी गई। गाड़ियां जला दी गईं। पुलिस को बुरी तरह पीटा गया, पुलिस जवानों को जिंदा जलाने का प्रयास किया गया, महिला कर्मचारियों के कपड़े (वर्दी) फाड़ी गई, पत्रकारों को मारा गया, नगर निगम कर्मचारियों को पीटा गया एवं अन्य हिंदू समाज पर भी पथराव किया गया। इस घटना से पुलिस के जवानों, पत्रकारों, कर्मचारियों व पूरे उत्तराखंड के आमजन का मनोबल घटा है। अपने घरों एवं अपने बच्चों के भविष्य को लेकर भय बना हुआ है, लोगों को उत्तराखंड कश्मीर बनता दिखाई दे रहा है।
बजरंग दल ने कहा है कि इससे पहले भी देवभूमि उत्तराखंड में अनेकों घटनाएं हो चुकी हैं, देश की सबसे बड़ी कावड़ यात्रा पर विकास नगर में एक ही दिन में अनेकों बार पत्थरों से हमला किया गया। अनेकों कन्वर्जन की घटनाएं हो रही हैं। नाबालिग लड़कियों के बलात्कार कर देह व्यापार में धकेलने व अपहरण की घटनाएं, पौड़ी लव जिहाद की घटनाएं, गौ हत्याएं कर अवशेषों को सार्वजनिक स्थान व धार्मिक स्थान पर फेंकने की घटनाएं और उत्तराखंड के कई जिलों में हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्याएं, ये सभी घटनायें उत्तराखंड के लिए चुनौती बनकर खड़ी हुई हैं। अत: आपसे अनुरोध है कि बनभूलपुरा दंगा के आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए, जो एक मिसाल बने, दोबारा उत्तराखंड के माहौल को खराब करने एवं देवभूमि को दानव भूमि बनाने का प्रयास कोई न कर सके।
आरोपियो पर ये कार्रवाई करने की मांग
1- सभी प्रमुख आरोपियों पर NSA सहित गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज हो ।
2 – सभी आरोपियों की तत्काल प्रभाव से गिरफ्तारी हो ।
3 – सभी आरोपियों के अवैध भूमि पर बने घर तोड़े जाएं ।
(बस्ती को तोड़ने पर रोक है आरोपियों के घर तोड़ने पर नहीं)
4 – अवैध घोषित बस्ती में दिए गए शस्त्र लाइसेंस तुरंत निरस्त हो
5 – उत्तराखंड के सभी संवेदनशील जिलों में खुफिया विभाग, ऐसे जिहादी, आतंकवादी विचारधारा के लोगों पर प्रभावी कार्रवाई करे ।
6 – संवेदनशील क्षेत्रों में सांप्रदायिक घटनाओं, गो हत्या, लव जिहाद, लैंड जिहाद, लैंड जिहाद, सड़क पर नवाज पड़ने पर कार्रवाई करें।
इन समस्त घटनाओं को शांति बनाने के नाम पर प्रशासन द्वारा बढ़ावा दिया जाता है, जिससे आरोपियों का मनोबल बढ़ता है, और इस प्रकार की दंगा रूपी घटनाएं घटती हैं।
7- अगर भविष्य में ऐसी घटनाएं हों तो तुरंत दंगाई भीड़ पर गोली चलाने के आदेश दिए जाएं। ज्ञापन देने वालों में विकास वर्मा प्रांत मिलन प्रमुख, जिला अध्यक्ष नवीन गुप्ता आलोक सिन्हा, श्याम शर्मा, प्रेम सेठी, संजीव बालियान, सौरभ गौतम, हरीश कोहली, अमन स्वेडिया, भूपेन्द्र चौधरी, अभिषेक भार्गव, होशियार सिंह, यशविंदर चौधरी, सिद्धांत बडोनी, राशिराम वर्मा, सचिन, सुमित गुप्ता, चन्दन नेगी, राधे गुप्ता, सोनू गुप्ता आदि शामिल रहे।
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