पंजाब की शंभू सीमा पर चल रहा किसान आंदोलन धीरे-धीरे उपद्रव की ओर बढ़ता दिखाई दे रहा है। किसान जेसीबी, ट्रैक्टर और पोकलेन लेकर सड़कों पर उतरे हुए हैं। वहीं पुलिस ने उन्हें नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि 5वीं दौर के वार्ता के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सभी मांगों पर चर्चा के लिए तैयार हैं। किसानों को संयम बरतना होगा। शांति बनाए रखें।
मंगलवार को ही पंजाब की ओर से युवा किसान जेसीबी और पोकलेन मशीन लेकर पहुंच गए। ट्रैक्टर मार्च के बीच में इन मशीनों को लाया गया, जिससे कोई रास्ते में रोक न सके और हरियाणा पुलिस द्वारा लगाए गए भारी भरकम अवरोधों को हटाया जा सके। भारी मशीनों को रोकने के प्रयास में दो पुलिस अधिकारी घायल भी हो गए हैं।
दूसरी ओर हरियाणा पुलिस के महानिदेशक द्वारा पंजाब पुलिस के महानिदेशक को पत्र लिखने के बाद पंजाब पुलिस प्रमुख ने खनौरी और शंभू में पंजाब-हरियाणा सीमा की ओर जेसीबी, पोकलेन, टिपर, हाइड्रा और अन्य भारी मिट्टी हटाने वाले उपकरणों की आवाजाही को रोकने का आदेश दिया है। पंजाब पुलिस प्रमुख के निर्देशों पर किसानों को शंभू बॉर्डर की तरफ भारी वाहन और जेसीबी ले जाते समय रोकने के दौरान शंभू थाना के एसएचओ और एक अन्य अधिकारी जख्मी हो गए हैं। पटियाला शंभू थाना के प्रभारी इंस्पेक्टर अमनपाल सिंह विर्क और मोहाली के एसपी जगविंदर सिंह चीमा जख्मी हुए हैं, जिन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। अधिकारियों ने शंभू बॉर्डर से करीब 5 किलोमीटर पहले नाकाबंदी की हुई थी, जहां पर यह घटना हुई है। थाना प्रभारी अमनपाल सिंह विर्क के घुटनों पर चोट आई है।
मंगलवार को ही पंजाब-हरियाणा उच्च न्यायालय ने मोटर व्हीकल एक्ट के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों पर ट्रैक्टर व अन्य भारी मशीनों को लाने को अवैध बताया और पंजाब सरकार को निर्देश भी दिए कि वह पंजाब-हरियाणा सीमा पर भीड़ इकट्ठा न होने दे। इसके बावजू आंदोलनकारी किसान भारी संख्या में और भारी भरकम मशीनें लेकर पहुंच रहे हैं।
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