उत्तराखंड: हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा, जमीयत के दोनों मदनी गुट सक्रिय, अतिक्रमण पर कार्रवाई को मजहबी रंग देने की कोशिश
May 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • अधिक ⋮
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • संस्कृति
  • पत्रिका
होम भारत उत्तराखंड

उत्तराखंड: हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा, जमीयत के दोनों मदनी गुट सक्रिय, अतिक्रमण पर कार्रवाई को मजहबी रंग देने की कोशिश

डॉ महमूद मदनी के गृहमंत्री को भेजे पत्र में अब लेटरपैड को लेकर विवाद

by दिनेश मानसेरा
Feb 21, 2024, 10:54 am IST
in उत्तराखंड
हिंसाग्रस्त इलाके में बनभूलपुरा पुलिस थाने के पास आगजनी की तस्वीर

हिंसाग्रस्त इलाके में बनभूलपुरा पुलिस थाने के पास आगजनी की तस्वीर

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

हल्द्वानी। हिंसा प्रभावित बनभूलपुरा क्षेत्र में बीते दिनों जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अरशद मदनी गुट के नेताओं ने दंगे के दौरान मारे गए पांच मुस्लिमों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये के सहायता चेक सौंपे। घायलों को भी आर्थिक मदद और जरूरतमंदों को राशन किट वितरित किए। जमीयत के दो गुट हैं, एक अरशद मदनी का और दूसरा पूर्व राज्यसभा सदस्य डा महमूद मदनी का गुट। बताया जाता है कि इन दोनों गुटों में आपस में नहीं बनती। महमूद मदनी के पिता असद हुसैन मदनी कांग्रेस से राज्यसभा रहे हैं। उनकी मृत्यु के बाद उनके चाचा अरशद मदनी ने जमीयत उलेमा-ए-हिंद में अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए अपना गुट बना लिया। अरशद मदनी दारुल उलूम मदरसा देवबंद के हदीस के प्रोफेसर है। वे अक्सर हिंदू विरोधी विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं, जबकि महमूद मदनी अपने पिता की विरासत को संभालने वाले मुस्लिम स्कॉलर माने जाते हैं।

अशोक चिन्ह के लेटर पैड का दुरुपयोग

हल्द्वानी बनभूलपुरा हिंसा मामले में पहले दिन महमूद मदनी का एक पत्र 8 फरवरी को दुबई से जारी किया गया। ये पत्र असली है या हिंसा के आरोपी अब्दुल मलिक गैंग द्वारा इसे मीडिया में जारी किया गया? इस बारे में अब पड़ताल किए जाने की जरूरत है।

महमूद मदनी का राज्यसभा का कार्यकाल 2006 से 2012 तक रहा तो क्या तब से अबतक यानि 12 सालों तक वह राज्यसभा के अशोक चिन्ह प्रिंट लेटरपैड, हाथ से “एक्स “लिख कर इस्तेमाल कर रहे हैं ? दूसरा वो इस लेटर पैड पर अपने आप को जमीयत का अध्यक्ष भी लिख रहे हैं। इसके अलावा क्या देश के गृह मंत्री को लिखे पत्र में, पत्रांक संख्या आदि नहीं डालेगा ? फिर पत्र को मीडिया में ठीक कार्रवाई के वक्त क्यों जारी करेगा? इस तरह के कई सवाल हैं। कहा जा रहा है कि उस वक्त मदनी दुबई में थे और यह उनके दुबई कैंप कार्यालय से जारी किया गया। इस पत्र की सच्चाई पर सवाल उठे हैं और इसका जवाब महमूद मदनी ही दे सकते हैं।

अरशद मदनी गुट की सक्रियता

दूसरी ओर हल्द्वानी हिंसा मामले में पहले महमूद मदनी गुट सक्रिय रहा और वो हिंसा के दो दिन बाद हल्द्वानी पहुंचा, जहां प्रशासन ने कर्फ्यू क्षेत्र में जाने की इजाजत नहीं दी। ये भी जानकारी में आया है कि हिंसा का मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक, महमूद मदनी के गुट का है। उधर, कर्फ्यू खुलने के बाद अरशद मदनी गुट हल्द्वानी बनभूलपुरा में सक्रिय हो गया और हल्द्वानी पहुंचकर मौलाना मुकीम काजी के साथ मिलकर हिंसा में मारे गए पांच लोगों के परिजनों को सहायता राशि दी। ये वही मौलाना हैं, जिनका एक बयान सोशल मीडिया पर चलाकर नैनीताल डीएम पर मुस्लिम समाज ने हमला बोला था। बाद में जब उनकी पोल पट्टी खुली तो वो बचाव मुद्रा में आ गए।

मौलाना मुकीम ,अरशद मदनी गुट के जिला सदर भी हैं और वह इस घटना को अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई मानते रहे हैं। उन्होंने इस मामले को मजहबी रंग देने पर भी एतराज उठाते हुए शहर में अमन चैन बनाए रखने की बात कही और प्रशासन की कार्रवाई को भी एक तरह से सही ठहराया। हिंसा से पहले और बवाल के बाद हल्द्वानी बनभूलपुरा मामले में यह कहा गया कि मस्जिद तोड़ी गई, मदरसा तोड़ा गया, जबकि हकीकत ये थी न तो वहां मस्जिद थी न मदरसा था। ये अब्दुल मलिक की साजिश थी कि सरकारी जमीन कैसे कब्जाई जाए। जहां जुमे की सामूहिक नमाज नहीं पढ़ी जाती हो, वो मस्जिद नहीं मानी जाती, और जो मदरसा बताया गया उसका कहीं पंजीकरण नहीं। जो पांच-दस बच्चे आते थे, उनका दाखिला पहले से ही सरकारी स्कूल में हो रखा था। वहां जो मदरसा मौलवी बिठाए गए वो खुद कह रहे थे कि हम तो यहां किसी के कहने पर आए। मदरसा, दारुल उलूम देवबंद के अधीन भी नही था, जिसको लेकर कोई बहस भी नहीं की गई।

उधर हल्द्वानी हिंसा मामले में समाजवादी पार्टी के नेता अब्दुल मतीन का बयान भी सामने आया है कि उनका भाई जावेद ,अब्दुल मलिक का साथी नहीं है। मलिक उनके भाई रऊफ सिद्दकी की हत्या की साजिश में नामजद रहा है। यानि उन्मादी भीड़ का नेतृत्व अलग-अलग गुट कर रहे थे। राजनीति भी इस फसाद में पूरी तरह से सक्रिय थी और मुस्लिम संगठन भी प्रशासनिक कार्रवाई को मजहबी रंग देने में लगे हुए थे, जबकि मसला एक भू माफिया के खिलाफ सरकारी जमीन कब्जाने का था जिसे नैनीताल प्रशासन खाली करवा रहा था। बहरहाल हल्द्वानी बनभूलपुरा मामले में जमीयत-उलेमा- ए-हिंद के दोनों गुट सक्रिय तो हुए हैं, लेकिन उनके बीच विरोधाभास की राजनीति भी दिखाई दे गई है।

Topics: उत्तराखंड समाचारउत्तराखंड में मजारअतिक्रमण पर कार्रवाईबनभूलपुरा हिंसाहल्द्वानी दंगा
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

pushkar singh dhami

उत्तराखंड : सीएम धामी ने चारधाम और बांधों की सुरक्षा बढ़ाने के दिए निर्देश, अलर्ट मोड पर अधिकारी

उत्तराखंड में अवैध मदरसे को किया गया सील

5 और अवैध मदरसे सील, उत्तराखंड में 200 से ज्यादा अवैध मदरसों पर हुआ एक्शन

श्री बद्रीनाथ धाम

श्री बद्री नाथ धाम के खुले कपाट, दर्शन के लिए चार किलोमीटर लंबी कतार, सीएम धामी ने की बड़ी घोषणा

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात करते सीएम पुष्कर सिंह धामी।

रेल परियोजनाओं को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से सीएम धामी ने की मुलाकात

Uttarakhand Nainital High court Shifing matter

हल्द्वानी हिंसा के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक सहित 20 आरोपियों को झटका, फिर नहीं मिली जमानत

नैनीताल में बड़ी कार्रवाई : नगर निगम ने 18 बीघा नजूल भूमि पर फिर से लिया कब्जा, झुग्गियां हटाईं

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ

पाकिस्तान बोल रहा केवल झूठ, खालिस्तानी समर्थन, युद्ध भड़काने वाला गाना रिलीज

देशभर के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट : सभी यात्रियों की होगी अतिरिक्त जांच, विज़िटर बैन और ट्रैवल एडवाइजरी जारी

‘आतंकी समूहों पर ठोस कार्रवाई करे इस्लामाबाद’ : अमेरिका

भारत के लिए ऑपरेशन सिंदूर की गति बनाए रखना आवश्यक

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ

भारत को लगातार उकसा रहा पाकिस्तान, आसिफ ख्वाजा ने फिर दी युद्ध की धमकी, भारत शांतिपूर्वक दे रहा जवाब

‘फर्जी है राजौरी में फिदायीन हमले की खबर’ : भारत ने बेनकाब किया पाकिस्तानी प्रोपगेंडा, जानिए क्या है पूरा सच..?

S jaishankar

उकसावे पर दिया जाएगा ‘कड़ा जबाव’ : विश्व नेताओं से विदेश मंत्री की बातचीत जारी, कहा- आतंकवाद पर समझौता नहीं

पाकिस्तान को भारत का मुंहतोड़ जवाब : हवा में ही मार गिराए लड़ाकू विमान, AWACS को भी किया ढेर

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर से लेकर राजस्थान तक दागी मिसाइलें, नागरिक क्षेत्रों पर भी किया हमला, भारत ने किया नाकाम

‘ऑपरेशन सिंदूर’ से तिलमिलाए पाकिस्तानी कलाकार : शब्दों से बहा रहे आतंकियों के लिए आंसू, हानिया-माहिरा-फवाद हुए बेनकाब

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies