गांधीनगर। गुजरात में शिक्षा क्षेत्र में चल रहे ‘मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ प्रोजेक्ट की जानकारी प्राप्त करने के लिए 13 देश के शिक्षा मंत्री और वर्ल्ड बैंक की टीम ने गांधीनगर स्थित शिक्षा समीक्षा केंद्र का दौरा किया। टीम ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के साथ बैठक भी की।
पिछले दो दशकों की गुजरात की शिक्षा परिवर्तन यात्रा के फलस्वरूप ‘मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ जैसी महत्वाकांक्षी परियोजना शुरू की गई है। इस परियोजना की जानकारी पाने के लिए 13 देश के शिक्षामंत्री, वर्ल्ड बैंक की टीम और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े करीब 65 गणमान्य लोगों ने शिक्षा समीक्षा केंद्र का दौरा किया। टीम के सदस्यों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर बोट के जरिए होने वाले लाइव, रियल टाइम अटेंडेंस, एसेसमेंट और स्कूल मान्यता डैशबोर्ड के आधार से स्कूली शिक्षा पर उन्नत जानकारी पाई। सेंटर फॉर एजुकेशन रिव्यू और मौजूदा सुधारों से छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को कैसे लाभ हुआ है यह भी जानकारी दी गई।
तृतीय समीक्षा केंद्र में एक ही जगह से पूरे राज्य की सरकारी स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति, स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन, गुनोत्सव समेत विविध पहलू और डेटा का रियल टाइम मॉनिटरिंग किया जाता है। शिक्षा के इस मॉडल से प्रभावित हुए प्रतिनिधिमंडल ने उनके देश में भी शिक्षा का यह मॉडल विकसित करने की इच्छा व्यक्त की। प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञानशक्ति आवासीय उत्कृष्टता विद्यालय का भी दौरा किया।
वर्ल्ड बैंक के ग्लोबल डायरेक्टर एजुकेशन लुइस बेन्वेनिस्ट की अध्यक्षता में यह मुलाकात आयोजित की गई थी। टीम के सदस्यों ने मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के साथ बैठक भी की। बैठक में शिक्षा मंत्री डॉ कुबेर डिंडोर और प्रफुल्ल पांशेरिया के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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