Ayodhya: भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या में हजारों की संख्या में मंदिर हैं। इन हजारों मंदिरों में से एक मंदिर ऐसा भी है जो कभी माता सीता और भगवान श्री राम का निजी महल था। जिसका नाम कनक भवन है। इस मंदिर के बारे में कई रोचक कहानियां हैं, जिसकी सच्चाई को जानने के लिए पाञ्चजन्य की टीम पहुंची भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या। आज इस आर्टिकल की मदद से हम आपको कनक भवन की उन मान्यताओं से परिचित कराएंगे जिनके बारे में शायद ही लोग जानते होंगे।
अयोध्या के उत्तर-पूर्व में कनक मंदिर है, जो अपनी अनूठी कलाकृति के लिए प्रसिद्ध है। मान्यताओं के अनुसार महारानी कैकेयी ने माता सीता को कनक भवन मुंह दिखाई में दिया था। जब पांचजन्य की टीम ने कनक भवन के बारे में अयोध्या के लोगों से बातचीत की तो लोगों ने बताया जब त्रेता युग में भगवान श्री राम और माता सीता का विवाह हुआ था तो उसी रात भगवान श्री राम के मन में विचार आया कि अयोध्या में सीता जी के लिए एक सुंदर महल होना चाहिए। कहा जाता है कि जब भगवान श्री राम के मन में यह विचार आया, उसी क्षण अयोध्या की रानी कैकेयी को भी स्वप्न में एक भव्य महल दिखाई दिया।
रानी कैकेयी ने अपने इस स्वप्न के बारे में राजा दशरथ को बताया और उनसे वैसा ही महल बनवाने का अनुरोध किया। राजा दशरथ के आग्रह पर कनक भवन का निर्माण देवताओं के शिल्पकार विश्वकर्मा जी की देखरेख में किया गया था। जिसे रानी कैकेयी ने विवाह के बाद माता सीता को उपहार स्वरूप दिया था। अयोध्यावासियों ने पाञ्चजन्य की टीम को यह भी बताया की आज भी कनक भवन में भगवान श्रीराम माता सीता संग भ्रमण करते हैं।
इस भवन के बारे में एक और मान्यता यह है कि भगवान श्री राम के अलावा किसी अन्य पुरुष को कनक भवन में आने की अनुमति नहीं थी लेकिन रामजी के प्रिय भक्त हनुमानजी को भवन के आंगन में रहने की अनुमति थी।
आपने अक्सर कई मंदिरों में देखा होगा कि जहां भी माता सीता और श्री राम जी मौजूद होते हैं, वहां हनुमान जी भी उनके साथ रहते हैं लेकिन इस मंदिर के गर्भगृह में भगवान श्री राम और माता सीता के साथ हनुमान जी मौजूद नहीं हैं। भक्तों का मानना है कि यहां राम सीता की मूर्ति के दर्शन साक्षात श्री राम और माता सीता के दर्शन के समान फलदायी हैं।
अगर आप ट्रेन से कनक भवन मंदिर जाना चाहते हैं तो आप भारत के विभिन्न शहरों से अयोध्या तक ट्रेन से जा सकते हैं, बाकी दूरी सड़क मार्ग से तय की जा सकती है। इसके अलावा आप बस से भी जा सकते हैं।
सुबह – 8 AM- 11:30 AM
शाम – 4.30 PM – 9.30 PM
कनक भवन के बारे में ये बातें मान्यताओं पर आधारित हैं पाञ्चजन्य इनकी पुष्टि नहीं करता है। अगर आपको यह स्टोरी पसंद आयी हो तो शेयर जरूर करें और इसी तरह की अन्य स्टोरीज पढ़ने के लिए जुड़े रहें आपकी अपनी वेबसाइट पाञ्चजन्य के साथ।
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