हल्द्वानी हिंसा : घटना के दिन ऐसा क्या हुआ? मुस्लिम दुकानदार, रेहड़ी-ठेले वालों ने तीन बजे ही बंद कर दी थी दुकान

कौन थे मोबाइल पर मैसेज करने वाले? जांच पड़ताल में जुटी पुलिस

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दिनेश मानसेरा

देहरादून। आठ फरवरी को हल्द्वानी बनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा के पीछे नई-नई कहानियां रोज सामने आ रही हैं। इनमें एक कहानी ये भी सामने आई है कि इधर पुलिस और नगर निगम की टीमें वहां पहुंची भी नहीं थी कि मोबाइल पर एक मैसेज ने शहर में सनसनी फैला दी थी।

जानकारी के मुताबिक बनभूलपुरा मामले की सुनवाई हाई कोर्ट में जैसे ही समाप्त हुई, उसके बाद जिला प्रशासन ने मलिक के बगीचे से अतिक्रमण हटाने की तैयारी शुरू कर दी और इसके लिए बैठक अभी चल ही रही थी कि शहर में मुस्लिम समुदाय के दुकानदारों ने फटाफट अपना कारोबार समेटना शुरू कर दिया। ऐसे मुस्लिम युवक और अन्य उम्र के लोग जो दुकानदारों के नौकरी कर रहे थे वो भी दुकान स्वामियों को बहाना बनाकर काम छोड़ कर घरों की तरफ चल दिए।

बताया जाता है कि एक एसएमएस सबके पास आया और सभी मुस्लिम लोगों को अपने काम छोड़कर चलता किया गया। आखिर उस मैसेज में क्या लिखा था जो लोग सब काम छोड़कर बनभूलपुरा की तरफ चले गए। बाजार में ठेला लगाकर रेडीमेड कपड़े, फल, सब्जी बेचने वाले आदि सब बाजार से एकाएक गायब होते चले गए।

ऐसा बताया गया है कि सभी को बनभूलपुरा पहुंचने के लिए बोला गया। मुस्लिम समुदाय ने वहां पहुंचकर किससे दिशा-निर्देश लिए? और उसके बाद जो हुआ वो सभी जानते हैं। क्या ये मैसेज भीड़ को एकत्र करने के लिए उन्हें प्रशासन के खिलाफ उकसाने के लिए किया गया था?

इन सभी पहलुओं पर भी पुलिस की खुफिया टीम जांच पड़ताल कर रही है। पुलिस ने जिन नंबरों की सर्विलांस पर स्कूटनी की है उसके जरिए कई विषयों पर गहनता से जांच पड़ताल चल रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि इन संदेशों को या तो घटना के मास्टरमाइंड की तरफ से जारी किया गया या फिर मरकज के कर्ता धर्ताओं ने अपने नेटवर्क से जारी किया। इस बारे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कहा कि ये जांच पड़ताल अभी चल रही है।

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