देश में मौके-बेमौके होने वाले किसानों के नाम पर आंदोलन की वैसे तो कई बार राजनीतिक पोल खुलती रही है परंतु ताजा घटनाक्रम में किसान नेता अपने कार्यकर्ताओं को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र की राम मंदिर के कारण बढ़ी लोकप्रियता को गिराने की बात करते हुए वीडियो में कैद हो गए हैं। यह वीडियो न केवल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है बल्कि हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इस तरह के प्रयासों की निंदा भी की है।
पंजाब के ‘किसान’ अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच के लिए निकले हैं। राजधानी में प्रवेश करने को लेकर दिल्ली व हरियाणा के बॉर्डर पर घमासान मचा हुआ है। इसी बीच आंदोलन की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के प्रधान जगजीत सिंह डल्लेवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विवादित टिप्पणी की है। डल्लेवाल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में उन्होंने कहा है कि राम मंदिर बनाने के बाद जो पीएम मोदी का ग्राफ बहुत बढ़ गया है, इसे नीचे लाना है। समय बहुत कम बचा है।
अब ऐसे में किसान आंदोलन पर सवाल खड़े हो गए हैं। ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि प्रधानमंत्री मोदी की छवि को खराब करने के लिए राजनीतिक मंशा से तो किसान आंदोलन नहीं किया जा रहा है ? जगजीत सिंह डल्लेवाल भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के प्रधान हैं। किसान आंदोलन का मोर्चा संभालने वाले डल्लेवाल के नेतृत्व में 2022 के दौरान भी पंजाब में किसान आंदोलन किया गया था। यहां तक कि वह भूख हड़ताल पर भी बैठे थे।
ताकि किसानों की आवाज बुलंद हो सके। इस बार भी डल्लेवाल न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी और अन्य मांगों के साथ दिल्ली चलो आह्वान में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। ज्ञात रहे कल भी एक किसान द्वारा प्रधानमंत्री के खिलाफ अपशब्द बोलते हुए की वीडियो वायरल हुई थी।
Leave a Comment