अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर जारी सियासी बयानबाजी के बीच पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक ऐसा बयान दे दिया कि नाटो देशों में हड़कंप मच गया। उनके बयान को जहां व्हाइट हाउस ने असंयमित करार दे दिया, वहीं नाटो के प्रमुख जेम्स स्टोलटेनबर्ग ने एकजुटता की बात करते हुए कहा कि पश्चिमी सैन्य गठबंधन पर किसी भी हमले का एकजुटता से जोरदार जबाव दिया जाएगा।
नाटो चीफ ने कहा कि ऐसा कोई भी सुझाव कि नाटो सहयोगी एक दूसरे का बचाव नहीं करेंगे, ये अमेरिका के साथ हमारी सभी सुरक्षा के कमजोर करेगा। इससे अमेरिकी और यूरोपीय सैनिकों की जिंदगी खतरे में पड़ सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव कोई भी जीते, हमें इस बात की उम्मीद है कि अमेरिका नाटो का मजबूत सहयोगी बना रहेगा। उन्होंने आगे कहा, “नाटो सभी सहयोगियों की रक्षा के लिए तैयार और सक्षम है।”
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डोनाल्ड ट्रम्प का बयान
गौरतलब है कि शनिवार की रात को अमेरिका के दक्षिण कैरोलिना में एक चुनावी रैली के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प ने नाटो संगठन में देशों द्वारा की जा रही वित्तीय फंडिग पर बात कर रहे थे। उन्होंने एक घटना का जिक्र करते हुए कहा था कि एक बार उनसे नाटो के एक बड़े सदस्य देश के राष्ट्रपति ने पूछा था, “सर, अगर हमने नाटो में अपने हिस्से का भुगतान नहीं किया और रूस ने हम पर हमला कर दिया, तो क्या आप हमारी रक्षा करेंगे?”
ट्रम्प नमे कहा उन राष्ट्रपति से पूछा आपने अपने हिस्से का भुगतान नहीं किया? आप अपराधी हो। इस पर उस राष्ट्रपति ने कहा कि हां मान लीजिए ऐसा नहीं हुआ। इस पर ट्रम्प ने स्पष्ट जबाव दिया कि नहीं हम आपकी रक्षा नहीं करेंगे। असल में मैं वो (रूस) जो कुछ भी चाहते हैं उन्हें प्रोत्साहित करूंगा कि वो जो करना चाहते हैं वो कर सकते हैं। आपको भुगतान तो करना होगा।
उल्लेखनीय है कि नाटो के चार्टर के मुताबिक, इसमें शामिल सभी 31 देशों को अपनी कुल जीडीपी का 2 फीसदी नाटो को देना होता है, लेकिन नाटो के अनुमान के मुताबिक, ऐसा केवल 11 देश ही कर रहे हैं।
ट्रम्प के इस बयान पर पोलिश रक्षा मंत्री व्लाडिसलाव कोसिनीक-कामिसज़ ने एक्स पर लिखा: “नाटो का आदर्श वाक्य ‘सभी के लिए एक, सभी एक के लिए’ एक ठोस प्रतिबद्धता है।” उन्होंने कहा, “सहयोगी देशों की विश्वसनीयता को कम करने का मतलब पूरे नाटो को कमजोर करना है। कोई भी चुनाव प्रचार गठबंधन की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने का बहाना नहीं होना चाहिए।”
वहीं यूरोपीय संघ के आंतरिक बाजार आयुक्त, थिएरी ब्रेटन ने फ्रांसीसी टीवी चैनल एलसीआई को बताया कि नाटो सदस्यों द्वारा सैन्य खर्च पर ट्रम्प की टिप्पणी नई नहीं थी। उन्होंने कहा, “हमने यह पहले भी सुना है…इस दुनिया में कुछ भी नया नहीं है।”
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