एसटीएफ, उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से फरार एवं पुरस्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने एवं अन्य अपराधों में लिप्त होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। एसटीएफ को ज्ञात हुआ कि वर्ष 2016 में जनपद कारागार आजमगढ़ में निरुद्ध बन्दी जितेन्द्र मुसहर जेल की दीवार फांदकर फरार हो गया था और उसके विरुद्ध थाना सिधारी में मुकदमा पंजीकृत हुआ था, जिसमें 1 लाख रुपये का पुरस्कार घोषित है।
इस सूचना पर एसटीएफ टीम थाना सिधारी पुलिस को साथ लेकर भदुली बाई पास के पास उसका इन्तजार करने लगी। कुछ समय बाद 2 व्यक्ति पैदल आते दिखाई दिये, जिसे पुलिस टीम द्वारा रोकने का प्रयास किया गया तो दोनों व्यक्ति पुलिस टीम को देखकर भागने लगे। तब उनका पीछा किया गया, जिस पर दोनों व्यक्ति पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगे। पुलिस द्वारा आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की गयी। फायरिंग बन्द होने के बाद बदमाशों के पास पुलिस पहुंची तो सर्विस लेन पर एक व्यक्ति घायल अवस्था में गिरा हुआ पाया गया और दूसरा व्यक्ति अन्धेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गया। घायल व्यक्ति के दाहिने पैर में गोली लगी थी, जिस पर उसे नजदीकी चिकित्सालय ले जाया गया, जहां पर चिकित्सकों द्वारा उसका इलाज किया जा रहा है। घायल व्यक्ति ने अपना नाम जितेन्द्र मुसहर एवं भागे हुए व्यक्ति का नाम चन्द्रशेखर मुसहर बताया।
उल्लेखनीय है कि थाना क्षेत्र तरवाॅ अन्तर्गत मंदिर परिसर में सो रहे 1 पुजारी एवं 2 ग्रामीणों की हत्या कर डकैती की घटना हुई थी, जिसमें जितेन्द्र मुसहर आदि को जेल भेजा गया था। जेल में निरुद्ध के दौरान इनके द्वारा जेल में खाना बनाने का कार्य किया जा रहा था। इस दौरान दिनांक 18-08-2016 को रक्षाबन्धन के दिन खाना बनानेे के उपरान्त खाना बनाने वाले कलछुल, चादर एवं गमछे की मदद से जेल की दीवार फांदकर अपने साथी चन्द्रशेखर व प्रकाश के साथ फरार हो गया था।
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