‘कुछ देर की खामोशी है फिर शोर आएगा, आज कुत्तों का वक्त है कल फिर हमारा दौर आएगा’। ये शब्द हैं मौलाना सलमान अजहरी के। इस मामले में शिकायत के बाद पहले मुंबई पुलिस और फिर अब गुजरात पुलिस ने सलमान अजहरी को गिरफ्तार कर लिया है। गुजरात पुलिस उसे जूनागढ़ लेकर आई है, जहां आरोपी को 2 दिन की ट्रांजिट रिमांड पर रखा गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के रहने वाले मौलाना को मुंबई पुलिस ने घाटकोपर पुलिस स्टेशन में रखा था, जहां हजारों की संख्या में उसके समर्थक जमा हो गए और सड़क को ब्लॉक कर दिया। इसके बाद मजबूरन पुलिस को मौलाना से ही उसके समर्थकों को समझाने के लिए उसे माइक देकर सड़क खाली करने के लिए कहने को कहा गया। अजहरी ने माइक पर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए दावा किया कि वो कोई अपराधी नहीं है और न ही उसे पुलिस कोई अपराध करने के लिए लेकर गई है। मौलाना ने कहा कि वो पुलिस की जांच में सहयोग कर रहा है और उसके समर्थकों को भी इसमें सहयोग करना चाहिए।
मुंबई पुलिस ने आरोपी सलमान अजहरी के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 (सी), 505 (2) 188 और 114 के तहत केस दर्ज किया है। वहीं इस मामले गुजरात के जूनागढ़ में पुलिस ने कार्यक्रम के आयोजकों मोहम्मद यूसुफ मालेक और अजीम हबीब ओडेदरा को आईपीसी की धारा 153 (बी) (धार्मिक दुश्मनी को बढ़ावा देने) और 505 (2) पब्लिक में भड़काऊ बयानबाजी के मामले में गिरफ्तार कर लिया था। गौरतलब है कि सलमान अजहरी पर आरोप है कि पिछले बुधवार को जूनागढ़ के सेक्शन बी इलाके में एक कार्यक्रम के दौरान ये भाषण दिया था।
सलमान अजहरी के मामले को लेकर पुलिस ने बयान जारी किया है। पुलिस का कहना है कि कार्यक्रम के आयोजकों ने नशा मुक्ति और धर्म के बारे में जागरुकता फैलाने के लिए परमीशन मांगी थी। लेकिन बाद में यहां पर भड़काऊ भाषण दिए गए।
सोशल मीडिया पर सलमान अजहरी का भाषण वायरल हो रहा है, जिसमें देखा गया गया कि सलमान अजहरी मुस्लिमों को उकसाने की कोशिश करते हुए सवाल करता है, “आखिर तुम (मुसलमान) फिलिस्तीन, ईराक, ईरान, यमन, बर्मा में मारे क्यों जाते हो? हम परवाने हैं मोहम्मद रसूल अल्लाह के। जो परवाना होता है वो मरने के लिए ही पैदा होता है। एक बात याद रखना कि हमारे मर जाने से इस्लाम खत्म नहीं होता। इसे खत्म होना होता तो करबला में ही ये खत्म हो जाता। हर करबला के बाद इस्लाम जिंदा होता है। न घबराओ ऐ मुसलमानों अभी खुदा की शान बाकी है, अभी इस्लाम जिंदा है, अभी कुरान बाकी है। जो रोज हमसे उलझते हैं अभी तो कबरला का आखिरी मैदान बाकी है। कुछ देर की खामोशी है, फिर शोर आएगा, आज कुत्तों का वक्त है, कल हमारा दौर आएगा।”
Leave a Comment