नई दिल्ली। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने शनिवार को अपनी पुस्तक ‘सनातन धर्म क्या है’ का विमोचन किया। इस दौरान उन्होंने ज्ञानवापी मामले में कहा कि शंकर जी निकलने हैं, यह तय समझिए।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, ‘पहली बात तो यह कि ज्ञानवापी में नंदी भगवान निकल पड़े हैं। दूसरी बात यह है कि कोर्ट की मंशा पर सवाल उठाने का मतलब होगा कि आप उसे कटघरे में खड़ा कर रहे हैं। इसका मतलब यह है कि आपको अपने आप पर भी भरोसा नहीं है। न्याय प्रणाली किसी पार्टी के अंतर्गत नहीं चलती, वो स्वतंत्र है।’
इसके साथ ही धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘तीसरी बात यह है कि ज्ञानवापी को लेकर कोर्ट का जो आदेश आया है वो एकदम सहज है। तहखाने में व्यास परिवार की ओर से पूजा हुई थी उस पर जो रोक लगाई गई उसे अब हटा दिया गया है। अभी ज्ञानवापी का निर्णय नहीं आया है। शंकर जी निकलने हैं, यह तय है।’
वहीं, अपनी किताब को लेकर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यह किताब दक्षिण राज्य में बीते 6 महीने पहले पांच दिन में भगवान हनुमान से मिली प्रेरणा से लिखी है। उन्होंने कहा कि इस किताब में सनातन का मूल क्या है? सनातन का उद्देश्य क्या है और सनातन का गुण क्या है? सनातनी होने के 5 लक्षण क्या हैं? इसी के बारे में जानकारी दी गई है।
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