Uttarakhand News: अगर कॉमन सिविल कोड बिल पास हो गया तो प्रदेश में एक महिला को न्याय दिलाने का नेतृत्व मिलने जा रहा है। संयोगवश, जिस उत्तराखंड विधानसभा से यह विधेयक पारित होना है, उसकी अध्यक्ष एक महिला श्रीमती ऋतु खंडूरी हैं। उत्तराखंड शासन की सर्वोच्च प्रशासनिक अधिकारी मुख्य सचिव राधा रतूड़ी हैं और अब उत्तराखंड हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस पद पर हरियाणा हाई कोर्ट की न्यायमूर्ति ऋतु बाहरी को राष्ट्रपति द्वारा नियुक्त किया गया है। संयोग एक और देखिए, कॉमन सिविल कोड का ड्राफ्ट भी एक पूर्व जस्टिस डा रंजना देसाई की अगुवाई में तैयार किया गया ।
नारी शक्ति वंदन के क्रम में ये देव भूमि उत्तराखंड में सौभाग्य की बात हो सकती है कि देश में सबसे पहले समान नागरिक संहिता को लागू करने वाला उत्तराखंड राज्य होने जा रहा है, उत्तराखंड सिविल कोड बिल के प्रस्तावों पर यदि नजर डालें तो उसमे हर धर्म और जाति की महिलाओ को पुरुषों के बराबर समान अधिकार मिलने का रहे हैं, मुस्लिमों में निकाह की आयु 18 साल किए जाने, तलाक के मामले में केवल न्यायालय के जरिए तय किए जाने जैसे महत्वपूर्ण विषय अब महिलाओ के जीवन स्तर में सुधार लाएंगे।
चीफ जस्टिस ऋतु बाहरी
चीफ जस्टिस पद पर नियुक्त होने वाली ऋतु बाहरी , चीफ जस्टिस विपिन संघवी का स्थान लेंगी जो पिछले अक्टूबर में सेवानिवृत्त हो गए थे। उनके स्थान पर न्यायमूर्ति मनोज तिवारी कार्यवाहक चीफ जस्टिस का कार्यभार संभाले हुए थे। मुख्य न्यायाधीश ऋतु बाहरी की शिक्षा चंडीगढ़ में हुई और वह 2010 से हरियाणा उच्च न्यायालय में न्यायाधीश हैं और कुछ समय के लिए हरियाणा पंजाब उच्च न्यायालय की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश रही हैं।
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