गत जनवरी को अंबाला शहर के सेक्टर-7 स्थित श्रीनीलकंठ मंदिर में विश्व हिंदू परिषद् (धर्म प्रसार) एवं जयतु भारतम् संस्था ने रामकथा प्रदर्शनी का आयोजन किया। इसमें 1990 के दशक से जन्मभूमि और कारसेवा से जुड़े प्राचीन दस्तावेज, पुस्तकें, जन्मभूमि संघर्ष समिति के दुर्लभ पत्रक, बाबरी ढांचे से निकले अवशेष, राम-सेतु शिला, श्रीराम से संबंधित प्राचीन सिक्के, ताड़पत्र ग्रंथ, हस्तलिखित पांडुलिपियां, रामकथा और श्रीराम वनगमन मार्ग के विभिन्न मानचित्र, पुस्तकें, श्रीराम पर सरकार द्वारा जारी विभिन्न डाक सामग्री प्रदर्शित की गई।
शोधार्थी अभिनव गुप्त ने बताया कि वर्षों की मेहनत और लगन से यह संग्रह एकत्रित किया गया है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य नई पीढ़ी के युवाओं को जन्मभूमि के लिए कारसेवकों सहित सभी रामभक्तों द्वारा किए गए संघर्ष से परिचित करवाना था।
रामायण एवं श्रीराम के आदर्श किस प्रकार हमारे देश की पुरातन संस्कृति में रचे-बसे हैं, लोगों ने इसे विभिन्न पुस्तकों, पांडुलिपियों, सिक्कों इत्यादि के माध्यम से देखा। रामकथा के विभिन्न कॉमिक्स, राम तीर्थों के चित्र एल्बम, मानचित्र भी यहां प्रदर्शित थे।
नागपुर में राष्ट्रीय खेलकूद समारोह
गत दिनों नागपुर में एकल अभियान अभ्युदय यूथ क्लब ने राष्ट्रीय खेलकूद समारोह का आयोजन किया। इसमें 31 राज्यों के लगभग 1200 खिलाड़ियों ने भाग लिया। अनेक खेलों की प्रतियोगिताएं हुईं। सफल खिलाड़ियों को केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी ने पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
उन्होंने कहा कि वनवासी युवाओं में नैसर्गिक रूप से शक्ति होती है और उन्हें बस एक उचित मंच की आवश्यकता है। प्रतियोगिता के बीच में एक दिन महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी पधारे। उन्होंने खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाया। इससे पहले देश के अनेक हिस्सों में खेलकूद प्रतियोगिताएं आयोजित हुईं। उनमें सफल हुए खिलाड़ियों को नागपुर में खेलने का अवसर मिला।
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