गांधीनगर। गुजरात विधानसभा के दूसरे दिन राज्य का ऐतिहासिक बजट वित्त मंत्री कनु देसाई ने पेश किया। गुजरात के इतिहास का सबसे बड़ा बजट पेश किया गया है। साल 2024-2025 का यह बजट 3 लाख 32 हजार 475 करोड़ का है, जो पिछले साल के बजट से 31 हजार 444 करोड़ अधिक है। पिछले साल की अपेक्षा इस साल के बजट में 11 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री कनु देसाई ने कहा कि विकसित गुजरात 2047 के विज़न को साकार करने के उद्देश्य के साथ यह बजट तैयार किया गया है। साल 2047 में गुजरात की अर्थव्यवस्था 3.5 ट्रिलियन करने का लक्ष्य है। बजट का उद्देश्य GYAN यानी गरीब, युवा, अन्नदाता और नारीशक्ति के विकास पर ध्यान केंद्रित कर उनके सर्वसमावेशी विकास के प्रयास को बल दिया गया है। सरकार ने बेटियों के पोषण, आरोग्य और शिक्षा के लिए होलिस्टिक एप्रोच को अपनाते हुए तीन नई योजनाओं की घोषणा की।
सरकार ने नमो लक्ष्मी योजना की घोषणा की है, जिसके अंतर्गत माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय में अभ्यास कर रही कक्षा 9वीं और 10वीं कक्षा की छात्राओं को सहायता दी जाएगी। इस योजना के लिए 1250 करोड़ का प्रावधान किया गया है। नमो सरस्वती और नमोश्री योजना की भी घोषणा की गई है। इस बजट में 5 नगरपालिकाओं को महानगरपालिका का दर्जा दिया गया। गुजरात सरकार अयोध्या में गुजरात भवन का निर्माण करेगी, जिसके लिए 10 करोड़ का प्रावधान किया गया।
इस बजट का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने कहा कि विकसित भारत 2047 के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प को साकार करने के लिए बजट में विविध प्रावधान किए गए है। उन्होंने कहा कि साबरमती रिवरफ्रंट का काम आगे बढ़ेगा और अहमदाबाद-गांधीनगर और गिफ्ट सिटी तक विश्व का सबसे लंबा 38 किलोमीटर का रिवरफ्रंट तैयार किया जाएगा, जो ट्राई सिटी को जोड़ेगा।
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