आगरा। जगदगुरु रामभद्राचार्य का अचानक स्वास्थ्य खराब होने पर उन्हें आगरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुबह के वक्त सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें तुरंत ही हायर सेंटर रेफर किया गया। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम उनका इलाज कर रही है।
जगदगुरु रामभद्राचार्य हाथरस जिले के लालपुर गांव में राम कथा कर रहे थे। सुबह अचानक जगदगुरु के सीने में दर्द हुआ और इसके बाद उनकी तबियत खराब होती चली गई। तुरंत ही उन्हें चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई गई। इसके बाद बेहतर उपचार के लिए जगदगुरु को हायर सेंटर रेफर किया गया। उन्हें आगरा के पुष्पांजलि अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां पर उनका उपचार जारी है। जगदगुरु रामभद्राचार्य के स्वास्थ्य को लेकर अस्पताल के डाक्टर ने मीडिया को बताया है कि अभी उनकी हालत स्थिर है। विशेषज्ञ चिकित्सक उनका उपचार कर रहे हैं। जगदगुरु रामभद्राचार्य की सेहत को लेकर खबर सामने आने के बाद पूरे देश में लोग उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थनाएं कर रहे हैं।
बता दें कि जगदगुरु रामभद्राचार्य महान संत होने के साथ प्रख्यात विद्वान्, शिक्षाविद्, रचनाकार, प्रवचनकार, दार्शनिक भी हैं। वह बहुभाषाविद हैं और 22 भाषाएं बोलते हैं। जगतगुरु संस्कृत, हिन्दी, अवधी, मैथिली सहित कई भाषाओं के आशुकवि और रचनाकार हैं और दर्जनों पुस्तकें व ग्रंथों की रचना कर चुके हैं, जिनमें चार महाकाव्य भी हैं।
अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मामले में जगदगुरु रामभद्राचार्य की गवाही निर्णायक साबित हुई थी। उनकी गवाही के बाद के बाद जज ने जैमिनीय संहिता मंगाई थी। जिन उदाहरणों का जगदरु रामभद्राचार्य ने जिक्र किया था, उसे कोर्ट ने खोलकर देखा। इसमें जज ने पाया कि सभी विवरण सही थे। जिस स्थान पर श्रीराम जन्मभूमि संहिता में बताई गई थी, विवादित ढांचा भी ठीक उसी स्थान पर था। हाल में जगदगुरु रामभद्राचार्य ऐलान कर चुके हैं कि मथुरा में भव्य मंदिर का निर्माण नहीं होने तक वह जन्मभूमि के दर्शन नहीं करेंगे।
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