कर्णावती। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल न होने का कांग्रेस हाई कमान का निर्णय अब भारी पड़ रहा है। सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का निमंत्रण ठुकरा कर गलती की है ऐसा गुजरात प्रदेश के कई नेता मानते हैं और सबसे पहले गुजरात से ही कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व के सामने विरोध का सुर छेड़ा गया था। सीनियर कांग्रेसी नेता अर्जुन मोढवाडिया, अम्बरीष डेर समेत कई नेताओं ने एक्स के माध्यम से अपना विरोध जताया था। अब फिर से भगवान श्रीराम का मुद्दा कांग्रेस में उठा है। इसी वजह के चलते अमदाबाद कांग्रेस जिला प्रमुख बलवंत सिंह गढवी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। वह अपने 250 समर्थकों के साथ भाजपा से जुड़ेंगे ऐसा माना जा रहा है।
वर्ष 2022 विधानसभा चुनाव में वटवा से कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवार रहे बलवंत सिंह राइस मिल के मालिक हैं और सरपंच पिता के बेटे हैं। उनके पिता हेमंत सिंह गढवी ढेढाल गॉव के तीन बार सरपंच रह चुके हैं और उनके बड़े भाई उप सरपंच रह चुके हैं। बलवंत सिंह 2005 में तालुका पंचायत का चुनाव हारे थे और फिर 2022 में सीधा विधानसभा चुनाव लड़े थे। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव से कांग्रेस ने दूरी बनाई इसलिए अब बलवंतसिंह कांग्रेस से दूरी बनाकर जल्द ही भाजपा का हाथ थाम सकते हैं।
मुकुल वासनिक का टूटती कांग्रेस को बचाने का प्रयास
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में सहभागी न होने के केंद्रीय नेतृत्व के निर्णय से लगता है कि भगवान श्रीराम का प्रकोप कांग्रेस पर बरस रहा है। एक तरफ कांग्रेस के सीनियर नेता अर्जुन मोढवाडिया के भाजपा में जुड़ने की खबरे आ रही हैं और वहीं दूसरी और गुजरात कांग्रेस के कई नेता कांग्रेस नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में टूटती कांग्रेस की नैया पार लगाने के लिए गुजरात प्रभारी मुकुल वासनिक अमदाबाद दौड़े चले आए थे। उन्होंने सीनियर कांग्रेसी नेताओं के साथ बैठक कर सबको जोड़े रखने का प्रयास किया है, लेकिन उनका यह प्रयास कब तक टिकेगा यह तो समय ही बताएगा।
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