बिहार में जारी सियासी सरगर्मियों के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज (रविवार, 28 जनवरी, 2024) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राज्यपाल से सरकार को भंग करने की सिफारिश की है।
अपने इस्तीफे को लेकर उन्होंने कहा, “यह स्थिति इसलिए आई क्योंकि सब कुछ ठीक नहीं था…मैं सभी से विचार प्राप्त कर रहा था। मैंने उन सभी की बात सुनी। आज, सरकार भंग कर दी गई है…।” उन्होंने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल राजेंद्र आर्लेकर को अपना इस्तीफा सौंपा। उनके इस्तीफे के साथ ही बिहार में महागठबंधन की 17 महीने पुरानी सरकार का अंत हो गया है। जानकारी ये भी आ रही है कि आज शाम तक नीतीश कुमार बीजेपी के समर्थन से 9वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सभी लोगों, अपनी पार्टी की राय को ध्यान में रखते हुए हमने ये फैसला लिया है। पहले हमने गठबंधन को छोड़कर नया गठबंध न बनाया था, लेकिन उधर ठीक नहीं लगा तो हम लोग इस्तीफा देकर अलग हो गए। नीतीश कुमार ने कहा कि मेहनत हम लोग करते थे, लेकिन इसका क्रेडिट दूसरे लोग लेकर जाते थे। इसी कारण अलग होना पड़ा।
वहीं बिहार राजभवन ने सोशल मीडिया के जरिए इसकी जानकारी देते हुए कहा कि नीतीश कुमार का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है। इसके साथ ही उन्हें कार्यवाहक मुख्यमंत्री का दायित्व निभाने को कहा गया है।
गौरतलब है कि बिहार में 79 सीटों के साथ आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है, दूसरे नंबर पर है बीजेपी, जिसकी 78 सीटें हैं, जबकि जेडीयू के पास 45 और हम के पास 4 विधायक हैं। इसके अलावा वामपंथियों के 16 और कांग्रेस के 19 विधायक हैं। बिहार में सरकार बनाने के लिए 122 विधायकों की जरूरत है। बीजेपी, जेडीयू और हम के कुल विधायक मिलाकर 127 हो रहे हैं। इसके अलावा बिहार में चिराग पासवान की पार्टी भी एनडीए गठबंधन का हिस्सा है। बीते दिन चिराग पासवान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की थी।
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