वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लोकसभा चुनाव की प्रशासनिक तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। शनिवार को जिलाधिकारी व जिला निर्वाचन अधिकारी एस.राजलिंगम की अध्यक्षता में सेक्टर मजिस्ट्रेट, सेक्टर पुलिस अधिकारियों, रिजर्व सेक्टर मजिस्ट्रेट और रिजर्व सेक्टर पुलिस अधिकारियों को सर्किट हाउस के सभागार में चुनाव कराने का प्रशिक्षण दिया गया।
एडीएम वित्त राजस्व, नेशनल लेवल मास्टर ट्रेनर तथा एडीएम सिटी स्टेट लेवल मास्टर ट्रेनर ने चुनाव में फील्ड में क्या-क्या चीजें देखनी है तथा कौन-कौन से प्रोफार्मा पर रिपोर्ट किस तरह तैयार करनी है, इसके बारे में विस्तार से बताया। अफसरों को बताया गया कि वाराणसी संसदीय क्षेत्र की आठों विधानसभा क्षेत्र में कुल 227 सेक्टर हैं। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को हैंडबुक दे दी गयी है।
ट्रेनिंग के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी एस राजलिंगम ने वल्नरेबल मैपिंग की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्रिटिकल मतदेय स्थल के अन्तर्गत किस प्रकार के बूथ आते हैं। उन्होंने बताया कि बल्नरेबुल मैपिंग ऐसे मतदाता समूह, मजरे, ग्राम को चिन्हित करना है। जिन्हें भयभीत करके या प्रलोभन देकर या अन्य प्रकार से मतदान करने से रोका जाता है। वह वल्नरेबुल क्षेत्र कहे जाते हैं। ऐसे क्षेत्रों का चिन्हांकन पुलिस अधिकारियों व एसडीएम द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है। इस चिन्हांकन के साथ ही ऐसे व्यक्ति जिन्हें मतदान करने से रोका जा रहा है उनकी सूची बनायी जाती है। तथा जो लोग मतदान करने से रोक रहे हैं उनकी भी सूची बनाई जाती है।
उन्होंने कहा कि सकुशल सम्पन्न कराने की मुख्य जिम्मेदारी सेक्टर मजिस्ट्रेट और सेक्टर पुलिस अधिकारियों की है। चुनाव कराने के अपने अधिकार और जिम्मेदारियों को बखूबी जाने और उसी के अनुसार कार्य सम्पादित करें।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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