भारत ने पाकिस्तान के दावे का खंडन किया है कि भारतीय एजेंटों ने उनके यहां दो आतंकियों को मारा है। भारत का कहना है कि पाकिस्तान का अपने कुकर्मों के लिए दूसरों को दोषी ठहराना न तो औचित्यपूर्ण और न ही समाधान है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल का कहना है कि हमने पाकिस्तान के विदेश सचिव की कुछ टिप्पणियों के संबंध में मीडिया रिपोर्ट्स देखी हैं। यह झूठा और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी प्रचार करने का पाकिस्तान का नवीनतम प्रयास है।
उन्होंने कहा कि दुनिया जानती है कि पाकिस्तान लंबे समय से आतंकवाद, संगठित अपराध और अवैध अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों का केंद्र रहा है। भारत और कई अन्य देशों ने सार्वजनिक रूप से पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह आतंक और हिंसा की अपनी राह पर स्वयं ही भस्म हो जाएगा।
पाकिस्तान ने आज दावा किया कि पिछले साल सियालकोट और रावलकोट में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े दो पाकिस्तानी आतंकवादियों की हत्या में भारतीय जनता के शामिल होने के उसके पास ठोस सबूत हैं।
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर के प्रमुख सहयोगी और पठानकोट में भारतीय वायु सेना बेस पर 2016 के हमले के मास्टरमाइंड शाहिद लतीफ को पिछले साल 11 अक्टूबर को सियालकोट की एक मस्जिद में गोली मार दी गई थी। वहीं जम्मू-कश्मीर में ढांगरी आतंकी हमले के पीछे मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से जुड़े रियाज अहमद उर्फ अबू कासिम की 8 सितम्बर को अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
सौजन्य – सिंडिकेट फीड
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