अभी तो भगवान राम टेंट से अपने भव्य और दिव्य मंदिर में पहुंचे हैं, लेकिन उनका प्रताप ऐसा है कि पूरी दुनिया राममय हो चली है। ऐसे में भगवान राम का ससुराल इस महिमा से कैसे अछूता रह सकता है। भगवान राम का ससुराल नेपाल में है और वहां भी माहौल राममय है। नेपाल में कभी सनातन धर्म छोड़कर ईसाई बने कई परिवारों के 350 लोगों ने ऐतिहासिक घर वापसी कर ली।
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रिपोर्ट के मुताबिक, घर वापसी की ये घटना नेपाल के परसा जिले के बहुदर माई गांव पालिका की बताई जा रही है। यहां कई साल पहले ईसाई मिशनरियों ने गरीब हिन्दुओं को अच्छा पैसा, बेहतर जीवन औऱ अच्छी शिक्षा का लालच देकर ईसाई बना दिया था। लेकिन जब से अयोध्या में भव्य और दिव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ था, तभी से इन्हें अपनी भूल का आभास हो रहा था। ये सभी हिन्दू लंबे वक्त से घर वापसी करने की कोशिश में थे।
22 जनवरी को जब अयोध्या में भव्य और दिव्य राम मंदिर की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा की, तो इन्हें लगा कि जब 500 वर्षों के पश्चात भगवान राम अपने घर में विराजमान हुए हैं तो हम भी सनातन धर्म में घर वापसी करेंगे। इसके बाद इन लोगों हिन्दू संगठनों से संपर्क साधा और स्वेच्छा से सनातन धर्म में घर वापसी की। हिन्दू संगठनों की ओर से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां इन सभी ने गंगा जल से स्नान किया और भगवान की पूजा-अर्चना करने के बाद सनातन धर्म अपना लिया।
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घर वापसी के बाद कई लोगों ने इस बात का खुलासा किया कि उन्हें झूठ बोलकर ईसाई बनाया गया था, लेकिन एक बार ईसाई बनने के बाद उनके साथ काफी दुर्व्यवहार किया गया। उल्लेखनीय है कि बीते कुछ सालों में नेपाल में न केवल ईसाई मिशनरियों ने अपना जाल फैलाया है, बल्कि इस्लामिक कट्टरपंथियों ने तेजी से अपने पांव पसारे हैं।
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