गुजरात के वडोदरा शहर के हरणी क्षेत्र के मोटनाथ तालाब में बोट पलटने से मृतकों की संख्या 14 होने की जानकारी मिली है। मृतकों में 12 बालक और दो शिक्षक शामिल हैं। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल वडोदरा के लिए रवाना हो गए हैं। इस घटना पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुःख जताया है।
वहीं प्रधानमंत्री ने पीएमएनआरएफ से घायलों को 50 हजार रुपये और प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा राज्य सरकार की तरफ से मृतकों के परिजनों को चार लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई है।
घटना को लेकर दुःख जताते हुए राष्ट्रपति ने एक्स पर पोस्ट में लिखा कि गुजरात के वडोदरा में नाव दुर्घटना में बच्चों और अध्यापकों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करती हूं और बचाव कार्य की सफलता की कामना करती हूं।
गुजरात के वडोदरा में नाव दुर्घटना में बच्चों और अध्यापकों की मृत्यु का समाचार अत्यंत दुखद है। मैं शोक संतप्त परिवारजनों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करती हूं और बचाव कार्य की सफलता की कामना करती हूं।
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 18, 2024
वहीं घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी संवेदना जतायी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि वडोदरा की हरनी झील में नाव पलटने से हुई जनहानि से व्यथित हूँ। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायल शीघ्र स्वस्थ हों। स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक मृतक के निकटतम परिजन को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। घायलों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे।
Distressed by the loss of lives due to a boat capsizing at the Harni lake in Vadodara. My thoughts are with the bereaved families in this hour of grief. May the injured recover soon. The local administration is providing all possible assistance to those affected.
An ex-gratia…
— PMO India (@PMOIndia) January 18, 2024
प्रशासन के अनुसार बोट में 23 विद्यार्थी और 4 शिक्षक सवार थे। इनके पास लाइफ सेविंग जैकेट नहीं थे। इससे जब बोट पलटी तो सभी डूबने लगे। घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय तैराकों ने सबसे पहले डूबने वालों को बचाने की कोशिश की। इसके बाद फायर टीम भी मौके पर पहुंची और आधुनिक साधनों के जरिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
प्रशासन के अनुसार 10 बालक और 2 शिक्षकों को सुरक्षित बाहर निकाला गया जिसके बाद उन्हें हॉस्पिटल ले जाया गया। घटनास्थल पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई।
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