22 जनवरी को लेकर देशभर में राममय माहौल है। दुनियाभर से लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में महाराष्ट्र से शबनम शेख अयोध्या पैदल जा रही हैं, इसको लेकर उनके खिलाफ मौलवियों ने फतवा जारी कर दिया है। इस पर सबनम ने कहा है कि वह भारत की बेटी हैं और यह देश संविधान से चलता है न कि शरिया कानून से।
शबनम शेख ने कहा कि मेरी आस्था भगवान राम, भगवान शिव के अलावा अन्य देवी-देवताओं में भी है। मौलाना और मौलवी मुझे डराना चाहते हैं, ताकि मेरी यात्रा भंग हो सके, लेकिन मैं श्रीराम की भक्त हूं और अंतिम क्षण तक रहूंगी। उन्होंने यह भी कहा कि जब मेरे माता-पिता मेरे पहनावे पर कोई कमेंट नहीं करते हैं तो फिर मौलवी और मौलाना फतवा जारी करने वाले कौन होते हैं।
21 वर्षीय शबनम शेख मुंबई के नालासोपारा की रहने वाली हैं। उन्होंने 28 दिन पहले अयोध्या धाम के लिए यात्रा शुरू की थी। शबनम ने कहा कि मैं और मेरा पूरा परिवार भगवान श्रीराम का भक्त है। ऐसा नहीं है कि मैं यह सब केवल ट्रेंड में रहने के लिए कर रही हूं। मैं जहां पर रहती हूं वह हिंदू बाहुल्य इलाका है। मैं हमेशा से हिंदू देवी-देवताओं को मानती आ रही हूं। मैंने अजान से पहले मंदिरों की घंटियां एवं पूजा सुनी है।
शबनम शेख ने कहा कि मौलवी और मौलाना सिर्फ सवाल खड़ा कर सकते हैं। भारत एक पंथनिरपेक्ष देश है। यहां मौलवी-मौलानाओं के फतवे का कोई असर नहीं होने वाला है। उन्होंने कहा कि कुछ मौलाना एवं मौलवी मेरी इस यात्रा में बाधा डालना चाहते हैं, लेकिन मुझे भारतीय कानून एवं संविधान पर पूरा भरोसा है। शबनम को एमपी पुलिस की ओर से सुरक्षा दी गई है। कुछ पुलिसकर्मी शबनम के साथ चलते हैं।
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