अमेरिका-लंदन की सड़कों पर उतरे हजारों मुसलमान प्रदर्शनकारी, इजरायल के खिलाफ नारेबाजी, गाजा में युद्ध रोकने की मांग

इजरायल हमास युद्ध के 100 दिन बीत चुके हैं, लेकिन गाजा में हमास के समूल नाश के अपने टार्गेट को इजरायल अभी तक अचीव नहीं कर पाया है।

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Kuldeep singh

इजरायल हमास युद्ध के 100 दिन बीत चुके हैं। पूरा गाजा राख के ढेर में तब्दील हो गया है, लेकिन अभी तक इजरायल हमास के समूल नाश के अपने टार्गेट को अचीव नहीं कर पाया है। इस बीच दुनियाभर में गाजा के प्रति लोगों की संवेदनाएं बढ़ती जा रही हैं। हमास के समर्थन में रैलियां निकालकर लोग युद्ध को रोकने की मांग कर रहे हैं। इसी क्रम में अमेरिका के वांशिंगटन और लंदन की सड़कों पर हजारों मुसलमानों ने हाथों में तख्तियां लेकर गाजा में युद्ध रोकने की मांग को लेकर नारेबाजी की।

शनिवार को वाशिंगटन में हजारों मुस्लिम फिलिस्तीन के समर्थन में सड़कों पर उतर आए। इन्होंने इजरायल और अमेरिका के खिलाफ नारेबाजी की और बाइडेन प्रशासन से गाजा में युद्ध रुकवाने की मांग की। इस प्रदर्शन की अगुवाई फिलिस्तीन और उससे जुड़े संगठनों के लिए मुस्लिम टास्क फोर्स नाम के एक इस्लामिक संगठन ने की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पूर्ण फिलिस्तीन देश ही अमेरिका के हित में है।

अमेरिकी मुस्लिम टास्क फोर्स ने इस विरोध प्रदर्शन को वाशिंगटन मार्च के नाम प्रचारित किया गया। दावा किया गया कि गाजा युद्ध के तीन महीने से अधिक बीत चुके हैं और ये अमेरिका में फिलिस्तीन के समर्थन में अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन रहा है।

लंदन में भी प्रदर्शन

इजरायल हमास युद्ध के खिलाफ अमेरिकी की ही तरह ब्रिटेन की राजधानी लंदन में भी फिलिस्तीन के साथ एकजुटता दिखाने और गाजा में युद्धविराम की मांग को दोहराने के लिए शनिवार को हजारों लोगों ने मार्च किया। ये प्रदर्शन ऐसे वक्त में निकाला गया है जब हूती विद्रोहियों पर अमेरिका-ब्रिटेन ने एयरस्ट्राइक की है। लंदन के फ्लीट स्ट्रीट से पार्लियामेंट स्क्वायर की ओर जाने से पहले प्रदर्शनकारी क्वीन विक्टोरिया स्ट्रीट पर मिले।

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लंदन में प्रदर्शन की अगुआई फिलिस्तीन एकजुटता अभियान ने की। संगठन ने दावा किया कि इजरायल के खिलाफ इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में फिलिस्तीनी शरणार्थी शामिल हुए। इस दौरान 9 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। प्रदर्शनकारियों ने इजरायल पर बच्चों की हत्याएं करने का आरोप लगाया। वहीं विशाल प्रदर्शन को देखते हुए लंदन प्रशासन ने 1700 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया था।

हमास के नरसंहार पर चुप्पी

खास बात ये है कि इन सभी प्रदर्शनों में एक बात जो कॉमन रही वो ये कि किसी ने भी हमास के नरसंहार का जिक्र नहीं किय। जब 7 अक्टूबर 2023 को हमास के नरभक्षी आतंकियों ने इजरायल में कत्लेआम मचाते हुए करीब 1400 लोगों की बेरहमी से हत्याएं कर दी थीं। औरतों और बच्चों का बलात्कार किया गया, लोगों को बंधक बनाया गया।

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