गत 7 जनवरी को धारणी (महाराष्ट्र) में मोतीमाता नारी शक्ति सम्मेलन आयोजित हुआ। इसमें बड़ी संख्या में जनजातीय समाज की महिलाओं ने भाग लिया। सम्मेलन में रेणुका लोमटे उर्फ मायबाई ने कहा कि नई पीढ़ी को संस्कारक्षम बनाने हेतु महिलाएं प्रयास करें।
भारतीय नारी अपने परिवार का पालन-पोषण करने में, उसे सुसंस्कृत बनाने में सक्षम है। अब नए आधुनिक युग में भी नई पीढ़ी को सुसंस्कृत और संस्कारक्षम करने की आवश्यकता है।
मार्गदर्शक के रूप में राष्ट्र सेविका समिति की आरती ताई तिवारी, मीराताई कडवे, डॉ. निरुपमा देशपांडे, सम्मेलन पालक नीताताई कीटकरू आदि उपस्थित रहे। सम्मेलन की संयोजिका रेखाताई मावसकर एवं सह संयोजिका थीं जयाताई खंडारे।
सम्मेलन में हरीगोविंद छात्रावास के स्थापना काल से उसकी रसोई में कार्य करने वालीं शांताबाई यादव का सम्मान किया गया।
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