अयोध्या जी में 22 जनवरी को श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम बड़ी ही भव्यता के साथ आयोजित होने जा रहा है. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भव्य मंदिर में राम लला की प्रतिमा के स्थापना में शामिल होने के लिए तैयार हैं। वाराणसी के एक पुजारी, लक्ष्मी कांत दीक्षित, 22 जनवरी को राम लला के अभिषेक समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे।
अयोध्या में रामलला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के लिए वैदिक अनुष्ठान मुख्य समारोह से एक सप्ताह पहले 16 जनवरी को शुरू होंगे। इसके बाद ही 22 जनवरी को दोपहर में राम मंदिर के गर्भगृह में श्री राम लला को विराजमान किया जाएगा। वहीं इस भव्य कार्यक्रम के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को आमंत्रित किया है।
22 जनवरी 2024 को आमंत्रित बंधुओं की विभिन्न श्रेणियाँ:-
● हुतात्मा कारसेवकों के परिवार के सदस्य ।
● आंदोलन के पुरोधाओं के परिवार के सदस्य ।
● न्यायिक प्रक्रिया में प्रतिनिधित्व करने वाले वकीलों का समूह ।
● 150 से अधिक परंपराओं के साधु संत, कथाकार, मठ-मंदिरों के ट्रस्टी, पुजारी आदि ।
● नेपाल से संत समाज के प्रमुख लोग।
● जैन, बौद्ध, सिख समाज के बंधु (भारतीय मत पंथों के प्रतिनिधि) ।
● प्रमुख दानकर्ता।
● जनजाती समाज के प्रमुख लोग।
● घुमंतू जाती तथा अन्य जनजाती के लोग।
● अनुसूचित समाज के प्रमुख लोग (उदाहरण के लिए अंबेडकर जी, जगजीवन राम जी, काशीराम जी के परिवार के सदस्य) ।
● प्रसिद्ध समाचार पत्रों/न्युज चैनलों के प्रमुख व्यक्ति ।
● स्वयंसेवी संगठन, नोबल पुरस्कार, भारत रत्न, परमवीर चक्र, पद्म सम्मान, इत्यदि से सम्मानित बंधु भगिनी ।
● सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय (तीन) तीनों सेनाओं के सेवानिवृत्त सेनाध्यक्ष,पूर्व राजदूत, विभिन्न प्रमुख पदों पर रहे प्रशासनिक/पुलिस सेवा के अधिकारी ।
● प्रमुख शिक्षाविद्, बुद्धिजीवी, कवि, कलाकार, साहित्यकार, किसान, मज़दूर, खिलाड़ी इत्यादि।
● प्रमुख राजनैतिक दलों के अध्यक्ष।
● अयोध्या जनपद से सभी दलों के स्थानीय जन प्रतिनिधि।
● उद्योजक, उद्योगपति एवं उद्यमी ।
● इनके आलावा देश की वैश्विक प्रतिष्ठा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले भारतीय प्रवासियों के कुल 55 लोगों को भी लगभग 50 देशों से आमंत्रित किया जाएगा। ।
नहीं शामिल होंगे केंद्र और राज्य के मंत्री
बता दें कि इस कार्यक्रम में स्थानीय राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को छोड़ कर अन्य निमंत्रित नहीं हैं। इसके अलावा केंद्र अथवा किसी प्रदेश के मंत्री को मंत्री होने के नाते नहीं बुलाया गया है। हालांकि कुछ सीमित महानुभाव अपने अन्य परिचय की दृष्टि से आमंत्रित किए गए हैं। (जैसे उद्योजक अथवा कलाकार इत्यादि के नाते)
कैसी रहेगी व्यवस्था
वहीं इस कार्यक्रम में भाग लेने आने वाले विशिष्ट अतिथि एवं प्रमुख संतगण सहित अन्य लोग टेंट सीटी, आश्रम और घरों पर रुकने वाले हैं। इसके अलावा आमंत्रण पर आने वाले सभी लोग अपनी अपनी परिवहन व्यवस्था से आ रहे हैं। यहाँ पहुंचने के बाद उनके भोजन, आवास और नगर यातायात आदि की व्यवस्था ट्रस्ट की और से रहेगी।
अयोध्या में मनाया जाएगा अमृत महोत्सव
बता दें कि 14 जनवरी से 22 जनवरी तक, अयोध्या में अमृत महोत्सव मनाया जाएगा। भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या, भारत के लोगों के लिए महान आध्यात्मिक, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है। मंदिर के अधिकारियों के अनुसार, समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों तक आयोजित किया जाएगा
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