फरीदाबाद। गौरक्षा बजरंग फोर्स के अध्यक्ष और नूंह हिंसा मामले में आरोपित बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल की सोमवार देर रात दिल्ली एम्स में मौत हो गई। महेश पांचाल को 13 दिसंबर की रात कुछ युवकों ने जिंदा जला दिया था।
बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पर्वतीय कालोनी, संजय एनक्लेव में रहते थे। आरोप है कि 13 दिसंबर की रात कुछ युवकों ने महेश को आग लगा दी थी। इससे वह काफी जल गये थे। तभी से अस्पताल में उपचाराधीन थे। करीब 15 दिन फरीदाबाद में इलाज के बाद महेश को दिल्ली एम्स अस्पताल में रेफर कर दिया करा। सोमवर रात करीब आठ बजे महेश ने एम्स में अंतिम सांस ली। बिट्टू बजरंगी के समर्थक एम्स के बाहर जमा हुए। वहीं मंगलवार दोपहर महेश का शव फरीदाबाद लाया गया। इलाके में तनाव है और कोई अप्रिय घटना न हो इसलिए सारन समेत अन्य थानों की पुलिस मौके पर पहुंच चुकी है। चाचा चौक के आसपास दुकानें बंद करा दी गई हैं। महेश की मौत के बाद लोगों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए बल्लभगढ़-सोहना रोड पर जाम लगा दिया है।
चाचा चौक के पास 13 दिसंबर की रात महेश पर पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले किया गया था। घटना के अगले दिन सारन थाना पुलिस ने आरोपित अरमान सहित अन्य उसके साथियों के खिलाफ जानलेवा हमला करने का मामला दर्ज कर लिया था। पुलिस इस मामले को संदिग्ध मानती रही। इस कारण एक भी आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। न्याय के लिए बिट्टू बजरंगी ने कई बार बैठक व पंचायत की। गंभीर रूप से महेश झुलसे महेश ने बताया था कि वह एक हमलावर अरमान को पहचानता है, जो पहले सब्जी मंडी में ही जूस की रेहड़ी लगाता था।
इस मामले में एसीपी अमन यादव का कहना है कि उनके पास महेश की मौत की सूचना नहीं आई है। महेश ने अपनी शिकायत में कहा था कि 13 दिसंबर की रात करीब एक बजे कार में चार-पांच युवक आए और उससे पूछा कि क्या तुम बिट्टू बजरंगी के भाई हो। उसके हां कहने पर उन्होंने कोई ज्वलनशील पदार्थ उसके ऊपर छिड़क दिया और आग लगा दी। पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया था। इस मामले में जांच के लिए एसआइटी का गठन किया जा चुका है।
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