मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक बालिका गृह है, नाम है आंचल बालिका गृह। इसका संचालक है अनिल मैथ्यू। मैथ्यू के इस बालगृह में कई सारी बच्चियां रहती हैं। अचानक एक दिन 26 लड़कियां हॉस्टल से गायब हो जाती है। इस मामले में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के आदेश पर छापा मारकर जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया तो पता चला कि आरोपी बाल गृह में बच्चियों का जबरन क्रिश्चियन कनवर्जन कर रहा रहा था।
रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में अपना अपराध कबूल भी कर लिया है। आरोपी ये बाल गृह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित तारा सेवनिया गांव में चला रहा था। बाल गृह रजिस्टर्ड नहीं है। इसे अवैध रूप से संचालित किया जा रहा था। यहां पर कुल 68 लड़कियां थीं। इनमें से 26 लड़कियां गायब हो गई थीं। इस घटना को लेकर राज्य बाल संरक्षण आयोग की सदस्य निवेदिता शर्मा ने एक पीड़ित बच्ची के हवाले से बताया कि बच्ची जब बाल गृह में रहने के लिए आई थी तो वो अपने साथ लड्डू गोपाल की प्रतिमा लेकर आई थी, लेकिन आरोपी ने जबरन उसे विसर्जित करा दिया।
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पता चला है कि आरोपी बच्चियों को ईसाइयत को अपनाने के लिए मजबूर करता था। इसके अलावा इन लड़कियों से बाल गृह की साफ-सफाई से लेकर तमाम तरह के काम भी कराए जाते थे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी की शिकायत से खुली पोल
जिला कार्यक्रम अधिकारी राम गोपाल यादव को अवैध रूप से संचालित बाल गृह के बारे में सूचना मिली थी। इसको लेकर उन्होंने शिकायत की, जिसके बाद आरोपी के खिलाफ एक्शन हुआ। आरोपी मैथ्यू ने बालगृह के अंदर बकायदा एक चर्च बना रखा था। बहरहाल, सभी 26 लड़कियां अपने-अपने घरों में पहुंच चुकी हैं। इसकी पुष्टि खुद मुख्यमंत्री ने की है। इसके साथ उन्होंने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात भी कही है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम-2015 के तहत केस दर्ज किया है।
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