अयोध्या में 22 जनवरी के बाद अनुमान है कि दो लाख से अधिक भक्त प्रतिदिन भगवान राम लला के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। ऐसे में अभी जो समय दर्शन के लिए निर्धारित किया गया है, वह समय कम पड़ सकता है। अभी तो सुबह से शाम तक दो पालियों में दर्शन प्राप्त हो रहे हैं। मगर बाद में चंद्रमा की दूधिया प्रकाश में भी भगवान श्रीराम का दर्शन प्राप्त हो सकेगा। ट्रस्ट दर्शन-पूजन का समय बढ़ाने पर विचार कर सकता है। वर्तमान समय में पहली पाली में सुबह सात बजे से सुबह 11 बजे तक और दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से शाम सात बजे तक भगवान श्रीराम के दर्शन प्राप्त हो रहे हैं।
इस समय लगभग 20 हजार भक्त प्रतिदिन दर्शन कर रहे हैं। सप्ताह के अंत में शनिवार और रविवार को भक्तों की संख्या बढ़ जाती है। इसके साथ ही कुछ ख़ास तिथियों जैसे एकादशी, अमावस्या और पूर्णिमा पर भी भक्तों की संख्या में वृद्धि हो रही है। जानकारी के अनुसार ट्रस्ट में इस बात पर विचार किया गया है कि वर्तमान समय की दो पालियों में डेढ़ से दो लाख भक्तों को दर्शन कराना संभव नहीं हो सकेगा, इसलिए वर्तमान समय की दोनों पालियों की अवधि को बढ़ाना होगा। इसी प्रकार वर्तमान समय में श्रृंगार, भोग और सायं कालीन आरती की जा रही है। प्राण – प्रतिष्ठा के बाद दो आरती बढ़ाई जाएगी। सुबह मंगला आरती और रात में सयन आरती भी की जाएगी।
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