गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि हमारी सरकार दीनदयाल जी, अटल जी जैसे महापुरुषों के मार्ग पर चल रही है।
पाञ्चजन्य के प्रथम संपादक और पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल विहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर गोवा में एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। अटल जी के जन्मदिवस को सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसी दिवस पर गत दो वर्ष से पाञ्चजन्य द्वारा गोवा में सागर मंथन कार्यक्रम के अंतर्गत ‘सुशासन संवाद’ का आयोजन किया जा रहा है। 24 दिसंबर,2023 को सुशासन संवाद-2 का आयोजन हुआ। इसका उद्घाटन विश्व हिंदू परिषद के महामंत्री श्री मिलिंद परांडे ने किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोवा के विभाग संघचालक श्री राजेंद्र भोभे, पाञ्चजन्य के संपादक श्री हितेश शंकर और भारत प्रकाशन (दिल्ली) लिमिटेड के निदेशक (एच.आर.) श्री बृजबिहारी गुप्ता भी उपस्थित थे।
उद्घाटन सत्र के बाद श्री हितेश शंकर ने कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए कहा कि अटल जी ने बदलते दौर की राजनीति को बड़ी प्रखरता के साथ रखा था। उन्होंने जहां परमाणु परीक्षण कर यह संकेत दिया कि अब भारत 1947 वाला नहीं रहा, वहीं दूसरी ओर उन्होंने गांव, गरीब, शोषित, पीड़ित आदि लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसी अनेक योजनाएं शुरू कीं। इस कारण आज सामान्य लोगों का जीवन बदल रहा है। यही सुशासन है।
इसके बाद सांस्कृतिक चेतना विषय पर श्री मिलिंद परांडे ने कहा कि अपने देश के प्रति रिश्ता कमजोर होने के कारण कुछ लोगों ने नागरिकता संशोधन कानून (सी.ए.ए.) का विरोध किया। (विस्तृत रपट पढ़ें पृष्ठ-7 पर)। केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा कि विश्व में शांति स्थापित करने के लिए भारत को शक्तिशाली बनना होगा। (विस्तृत रपट पढ़ें पृष्ठ-10 पर)।
‘सुरक्षा और सवाल’ विषय पर उत्तराखंड के मुख्य वन्य संरक्षक श्री पराग धकाते और कर्नल (से.नि.) तेज के. टिक्कू ने विचार रखे। (विस्तृत रपट पढ़ें पृष्ठ-26 पर)। केंद्रीय पर्यटन राज्यमंत्री श्री श्रीपाद येसो नाईक ने ‘आक्रांताओं से परे अपनी पहचान’ विषय को बहुत अच्छी तरह समझाया। (विस्तृत रपट पढ़ें पृष्ठ-21 पर)। ‘स्वस्थ भारत के सूत्र’ सत्र को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान के डीन (पी.एचडी.) डॉ. महेश व्यास और विश्व प्रसिद्ध आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. केयूर बुच ने संबोधित किया। (विस्तृत रपट पढ़ें पृष्ठ-27 पर)। दीनदयाल शोध संस्थान के महासचिव श्री अतुल जैन ने ‘राष्ट्र धर्म’ के बारे में बताया। (विस्तृत रपट पढ़ें पृष्ठ-22 पर)।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्यमंत्री जनरल वी.के. सिंह ने भारत की बढ़ती शक्ति को बताया। (विस्तृत रपट पढ़ें पृष्ठ-18 पर)। ‘विकास: चाह और चुनौतियां’ विषय पर कारोबारी अंबर अग्रवाल और उद्यमी द्रुमि भट्ट ने बात की। (विस्तृत रपट देखें पृष्ठ-25 पर)। सहकारिता की बढ़ती ताकत को अमूल के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता ने बताया। (विस्तृत रपट पढ़ें पृष्ठ-24 पर)। समापन सत्र में गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने कहा कि हमारी सरकार दीनदयाल जी, अटल जी जैसे महापुरुषों के मार्ग पर चल रही है। (विस्तृत साक्षात्कार पढ़ें पृष्ठ-14 पर)।
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