इस्राएल—हमास युद्ध के बीच इस्राएल के राष्ट्रपति हर्जोग की ईसाई समुदाय के प्रभावशाली नेताओं से भेंट एक सकारात्मक मोड़ लेकर आई है। ईसाई नेताओं ने न सिर्फ हमास के 7 अक्तूबर को इस्राएल पर किए आतंकी हमले की जमकर निंदा की है बल्कि उसे पंथ विरोधी बताते हुए इस्राएल को अपना पूरा समर्थन देने की बात की है।
पिछले ढाई महीने से इस्राएल इस्लामी आतंकवादी संगठन हमास की कमर तोड़ने में लगा है और इस बार उसे जड़ से खत्म करने की ठाने हुए है। उत्तर और दक्षिण गाजा में जमीनी जंग में उसने कई आतंकवादियों को तो ढेर कर दिया है लेकिन अभी हमास का सरगना हाथ नहीं आया है। उसे पकड़ने के लिए इस्राएली सेना कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
इधर, राजनीतिक मोर्च पर इस्राएल के नेता भी दुनिया भर से आतंक के विरुद्ध इस लड़ाई में साथ देने की अपील कर रहे हैं। कल इस्राएल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने तेल अवीव में ईसाई पंथ के प्रमुख नेताओं से विशेष भेंट की। उनके सामने हर्जोग ने कहा कि 7 अक्तूबर को हमास द्वारा इस्राएल पर बोला गया हमला पंथ विरोधी था। उन्होंने इस मौके पर ईसाई समुदाय के प्रमुखों से इा आतंक का अंत करने को लेकर उनका समर्थन मांगा।
ईसाई नेताओं के सामने इस्राएल सरकार की ईसाई पंथ के हित के प्रति निष्ठा का उल्लेख करते हुए हर्जोग ने बताया कि ‘पवित्र धरती’ पर ईसाई समुदायों की सुरक्षा के लिए कोई कसर नहीं रखी गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी पांथिक नेता तथा पूरी दुनिया के ईसाई समुदाय इस्राएल पर 7 अक्तूबर के हमास के हमले की खुलकर भर्त्सना करेंगे। इतना ही नहीं, ये सभी ‘पवित्र धरती’ से बुराई को मिटा डालने की उनकी कोशिशों का भी समर्थन करेंगे।
पश्चिम में क्रिस्मस अवकाश शुरू हो रहा है। इससे ठीक पहले इस्राएल के राष्ट्रपति हर्जोग का अपने यहां के विभिन्न ईसाई समुदायों के प्रमुख लोगों से भेंट करना महत्वपूर्ण माना जा रहा है। यह सही है कि गाजा में युद्ध छिड़े होने के चलते इस बार वे इन ईसाई नेताओं की पहले जैसी आवभगत तो नहीं कर पाए, लेकिन उन्होंने उनके सामने अपने दिल की बात जरूर रखी।
राष्ट्रपति हर्जोग ने ईसाई नेताओं को वर्तमान हालात तथा विभिन्न पांथिक समुदायों के हित को लेकर इस्राएल सरकार की प्रतिबद्धता को लेकर चर्चा की। हर्जोग ने उम्मीद जताई कि नया साल शांति लेकर आएगा।
ईसाई नेताओं के साथ 7 अक्तूबर के दिन हमास द्वारा इस्राएल पर बोले गए बर्बर हमने की बारीकियां बताते हुए राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि हमास के उस पाशविक हमले में महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों सहित बड़ी संख्या में बेकसूर नागरिकों को मार डाला गया। कितने ही नागरिक बंधक बनाए गए हैं। लड़कियों से बलात्कार किया गया। बंधक बनाए गए लोगों में लगभग 40 देशों के नागरिक थे।
ईसाई नेताओं के सामने इस्राएल सरकार की ईसाई पंथ के हित के प्रति निष्ठा का उल्लेख करते हुए हर्जोग ने बताया कि ‘पवित्र धरती’ पर ईसाई समुदायों की सुरक्षा के लिए कोई कसर नहीं रखी गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सभी पांथिक नेता तथा पूरी दुनिया के ईसाई समुदाय इस्राएल पर 7 अक्तूबर के हमास के हमले की खुलकर भर्त्सना करेंगे। इतना ही नहीं, ये सभी ‘पवित्र धरती’ से बुराई को मिटा डालने की उनकी कोशिशों का भी समर्थन करेंगे। इस्राएल एक अलग सा बेहतर भविष्य बनाने की कोशिश में जुटा है।
इस अवसर पर ग्रीक पैट्रिआर्क थियोफिलोस III भी मौजूद थे। उन्होंने राष्ट्रपति हर्जोग का धन्यवाद करते हुए कहा कि हम आज अपनी बहुजातीय, बहुसांस्कृतिक तथा बहुपांथिक पवित्र धरती के सभी नागरिकों के लिए महत्वपूर्ण वक्त में आपके साथ खड़े हैं।
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