देश में इस्लामिक स्टेट, पाकिस्तान की आईएसआई समेत कई देश विरोधी तत्व लगातार अशांति फैलाने की कोशिशें कर रही हैं। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की सक्रियता के चलते इनके नापाक मंसूबे कामयाब नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे ही हाल ही में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने ISIS के आतंकी मॉड्यूल को ध्वस्त करने के लिए महाराष्ट्र में छापेमारी की, तो पता चला कि इस्लामिक कट्टरपंथियों ने मुबंई के भिवंडी स्थित पडघा गांव को बकायादा ‘लिवरेटेड जोन’ और ‘अल शाम’ .यानि की सीरिया के तौर पर खुद घोषित किया था।
इस्लामिक कट्टरपंथी अपने बेस को मजबूत करने के लिए प्रभावशाली मुस्लिम युवाओं को अपना घर छोड़कर पडघा शिफ्ट होने के लिए उकसा रहे थे। गौरतलब है कि NIA आतंकी संगठन ISIS के टेरर मॉड्यूल को तोड़ने के लिए देशभर में छापंमारी कर रही थी। इसी दौरान उसे मुंबई के पास बोरीवली-पडघा गांव के बारे में इनपुट मिलता है। जांच एजेंसी को पता चलता है कि वहां पर कुछ इस्लामिक कट्टरपंथी देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। इसी के बाद एनआईए एक्शन में आती है। 9 दिसंबर, 2023 को राष्ट्रीय जांच एजेंसी भारी सुरक्षा व्यवस्था के साथ पडघा गांव पर धावा बोल देती है। बता दें कि इस गांव में 90 फीसदी आबादी मुस्लिम है।
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मुम्बई से 50 km दूर, ISIS.🚫
भिवंडी के पास एक गांव है पदघा
यहां 90% मु$लिम् आबादी हैइन्होंने गांव का नाम बदल कर अल शाम अर्थात ग्रेटर सीरिया कर दिया
खुद को आज़ाद घोषित कर शरिया लागू कर दिया।
पिछले हफ्ते NIA और 400 पुलिस कर्मियों ने गांव पर धावा बोला और घर घर की तलाशी ली 👇🏻 pic.twitter.com/VB8Hrmqcfe
— Dr.Jyoti S Patel 🇮🇳 (@DrJyoti_S_PATEL) December 18, 2023
गांव में छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी ने जो दृश्य देखा वो एक बार तो शॉक्ड रह गई है। एक साथ 44 जगहों पर छापेमारी के दौरान एनआईए ने 15 कट्टरपंथियों को गिरफ्तार किया। इसमें साकिब नाचन भी शामिल था। एक अधिकारी ने बताया कि NIA की कई टीमों ने महाराष्ट्र के बोरीवली-पडघा, ठाणे, मीरा रोड और पुणे में छापेमारी और गिरफ्तारियां कीं थी। विदेशों में बैठे अपने आकाओं के कहने पर साकिब आईएसआईएस के हिंसक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए इम्प्रोवाइज्ड एक्प्लोसिव डिवाइस (IED) बनाने सहित आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था। छापेमारी के दौरान एनआईए ने 68 लाख रुपए कैश, एक पिस्तौल, 2 एयर गन, 10 मैगजीन, 8 तलवारें, हमास देश के 51 झंडे, 38 मोबाइल फोन और 2 लैपटॉप जब्त किया था।
उल्लेखनीय है कि साकिब नाचन प्रतिबंधित सिमी संगठन का सदस्य और इंडियन मुजाहिदीन का करीबी सहयोगी रहा है। उसे 2002 और 2003 में मुंबई सेंट्रल, विले पार्ले और मुलुंड स्टेशनों पर हुए तीन बम विस्फोटों में शामिल होने के लिए दोषी ठहराया गया था। पडघा गांव को साकिब जैसे आतंकियों ने ‘लिवरेटेड जोन’ और ‘अल शाम’ के रूप में खुद घोषित किया था।
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