नई दिल्ली । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) का 69 वाँ राष्ट्रीय अधिवेशन 7 से 10 दिसंबर के मध्य दिल्ली के बुराड़ी में अस्थायी टेंट सिटी, इंद्रप्रस्थ नगर में जारी है। इस अधिवेशन के अंतर्गत आयोजन स्थल से निकलकर डीयू के दौलतराम कॉलेज के मॉरिस नगर चौक तक 4.5 किमी लंबी शोभायात्रा आयोजित हुई। इसमें देश के सभी राज्यों से आये 10 हज़ार से अधिक विद्यार्थियों की सहभागिता से लघु भारत के दर्शन इस शोभायात्रा में हुए। सड़कों पर उमड़ी इस युवा तरुणाई का दिल्लीवासियों ने कुल 62 स्थानों पर पुष्पवर्षा और ढोल-नगाड़ों के माध्यम से स्वागत किया।
एबीवीपी के अमृत महोत्सव वर्ष के अधिवेशन में आयोजित शोभायात्रा में ‘अलग भाषा अलग वेश फिर भी अपना एक देश’ के समागम से भारत की एकता में विविधता और अखंडता के दिव्य स्वरूप देखने को मिला। देश के अलग-अलग शैक्षणिक परिसर से आये विद्यार्थियों ने दिल्ली विश्वविद्यालय का भ्रमण करते हुए भौगोलिक विविधताओं के आधार पर चित्रित भारतीय संस्कृति का प्रत्यक्ष दर्शन कराया। साथ ही सांस्कृतिक विविधता को चरितार्थ करते हुए अखंडता में व्याप्त विभिन्न स्वरूपों के दर्शन इस यात्रा में हुए। शोभायात्रा के दौरान देश की राजधानी दिल्ली की सड़कें ‘भारत माता की जय’ और ‘कश्मीर से कन्याकुमारी भारत माता एक हमारी’ के नारों से गूंज उठी। शोभायात्रा की समाप्ति के पश्चात दिल्ली विश्वविद्यालय में खुला अधिवेशन हुआ। इसमें छात्र नेताओं ने एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल के नेतृत्व में शिक्षा, समाज, युवाओं के विषयों पर अपने विचार रखे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि, “आज दिल्लीवासियों द्वारा इस युवा तरुणाई का भव्य स्वागत से अभिभूत हूँ। सड़कों पर लघु भारत का प्रत्यक्ष दर्शन एबीवीपी के राष्ट्रीय अधिवेशन की शोभायात्रा का विशेष आकर्षण रहा। शैक्षणिक परिसरों से निकलकर विद्यार्थी आमजनमानस के मध्य अपनी आवाज़ लेकर जाते हैं और समाज को जागृत करने का प्रयत्न करते हैं। यह भव्य शोभायात्रा राष्ट्र की अखंडता का शक्तिशाली प्रदर्शन है और विखंडनकारी षड्यंत्रों पर कड़ा आघात है।”
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