नई दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के दिल्ली में आयोजित होने जा रहे राष्ट्रीय अधिवेशन का औपचारिक उद्घाटन 8 दिसंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी ‘बुराड़ी’ स्थित ‘डीडीए ग्राउंड’ में करेंगे। विद्यार्थी परिषद का राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली में 7 से 10 दिसंबर के बीच आयोजित हो रहा है, जिसमें देशभर के सभी राज्यों से दस हज़ार से अधिक विद्यार्थी भाग ले रहे हैं। राष्ट्रीय अधिवेशन को लेकर तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, चार दिनों तक छात्र ‘डीडीए ग्राउंड, बुराड़ी’ में बसाई गई अस्थाई टेंट सिटी में रूकेंगे। इस टेंट सिटी का नाम दिल्ली के महाभारतकालीन नाम पर ‘इंद्रप्रस्थ नगर’ रखा गया है।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की स्थापना के 75वें वर्ष का यह ‘अमृत महोत्सव राष्ट्रीय अधिवेशन’ देशभर के युवाओं की उपस्थिति, संवाद के विषयों की विविधता सहित विभिन्न पक्षों में विशिष्ट है। अभाविप के दिल्ली राष्ट्रीय अधिवेशन में शिक्षा, पर्यावरण, खेल, कला, समसामयिक विषयों पर अधिवेशन में भाग ले रहे प्रतिनिधियों द्वारा व्यापक चर्चा के उपरांत व्यवहारिक धरातल पर परिवर्तन निमित्त दिशा तय होगी। इस अधिवेशन में शिक्षा, राजनीति , व्यापार आदि विविध क्षेत्रों से प्रमुख लोग भी शामिल होंगे।
7-10 दिसंबर आयोजित होने जा रहा विद्यार्थी परिषद 69वां राष्ट्रीय अधिवेशन कई मायनों में महत्वपूर्ण है, इस अधिवेशन में 10 हज़ार से अधिक प्रतिनिधि प्रतिभाग करेंगे तथा विभिन्न प्रदर्शनियों के माध्यम से भारत का लघु दर्शन करने का अवसर मिलेगा। अधिवेशन को लेकर दिल्ली में तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, अधिवेशन में जीरो फ़ूड वेस्ट, ज़ीरो प्लास्टिक जैसे कई प्रयोग किए जा रहे हैं। अधिवेशन को भव्यता प्रदान करने हेतु दिल्ली के शैक्षणिक संस्थानों के छात्र दिन-रात लगे हुए हैं व सम्पूर्ण भारत से आ रहे प्रतिनिधियों का स्वागत करने को तैयार हैं।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्री याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि अभाविप का राष्ट्रीय अधिवेशन ऐतिहासिक अनुभवों का गवाह बनने जा रहा है। अभाविप की 75 वर्षों की ध्येय यात्रा अनेक दृष्टियों से महत्वपूर्ण है और आज इसी का परिणाम है कि आज अभाविप विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन के रूप में उभरा है। इस अमृत महोत्सव वर्ष के राष्ट्रीय अधिवेशन का उद्घाटन भारतीय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा किया जाएगा, जो काफी हर्ष का विषय है, इससे विद्यार्थियों को काफी प्रोत्साहन मिलेगा। इस अधिवेशन को विशिष्ट बनाने हेतु हम निरंतर प्रयासरत हैं और विभिन्न पक्षों की विशिष्टता आगामी अधिवेशन में देखने को मिलेगी।
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