रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसियों से परिवारों के संदर्भ में पुराने जमाने से सबक लेकर परिवारों को बड़े करने का आह्वान किया है। पुतिन को चिंता है कि रूस की जनसंख्या घट रही है, क्योंकि अब छोटे परिवारों को चलन बढ़ता जा रहा है। इसलिए वे चाहते हैं कि महिलाएं अधिक बच्चे पैदा करें और देश की आबादी को बढ़ाने में मदद करें।
राष्ट्रपति पुतिन ने यह आह्वान एक कार्यक्रम में बोलते हुए किया। उन्होंने बीते दौर का एक उदाहरण देते हुए रूस की महिलाओं से अनुरोध किया कि वे कम से कम आठ बच्चे तो पैदा करें।
असल में कल पुतिन देश की राजधानी मॉस्को में ‘वर्ल्ड रशियन पीपुल्स काउंसिल’ के उद्घाटन सत्र में बोल रहे थे। अपने भाषण में उन्होंने कहा कि देश जनसंख्या में कमी का दौर देख रहा है। इसके पीछे वजह हैं छोटे परिवार। इस मामले में हमें पहले के जमाने की ओर देखना चाहिए जब परिवार बड़े होते थे, क्योंकि बच्चे काफी होते थे। आज हमें जरूरत है कि देश की जनसंख्या बढ़े इसलिए महिलाएं ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करने के बारे में विचार करें। वे अपने परिवारों को बड़ा करने पर जोर दें।
जनसंख्या के बारे में एक रिपोर्ट बताती है कि रूस की जन्म दर लगातार उतार पर है। यह चलन 1990 के दशक के बाद से लगातार देखने में आ रहा है। इसके साथ ही गत वर्ष से जारी यूक्रेन संघर्ष की वजह से अभी तक रूस के तीन लाख से ज्यादा लोग हताहत हो चुके हैं। इससे भी जनसंख्या में कमी आई है। वैसे भी, पुरी दुनिया में परिवार छोटे होते जाने का एक दौर सा चल रहा है। इन परिस्थितियों को देखते हुए पुतिन भी निश्चित रूप से अपने यहां घटती जनसंख्या को लेकर चिंतित हैं। इसीलिए उनका यह आह्वान आया है कि आने वाले सालों में हमारा उद्देश्य परिवारों को बड़ा करना, जनसंख्या को बढ़ाना होना चाहिए।
रूसी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि आज भी रूस में कई जातियां ऐसी हैं जिनके यहां चार—पांच या उससे ज्यादा बच्चे पैदा करने की रस्म कायद है। पुतिन ने का, हमारे यहां आज के परिवारों की पिछली पीढ़ियों में भी सात—आठ या उससे अधिक बच्चे हुआ करते थे। आज जरूरत है कि हम उसी परंपरा को अपनाएं।
उसी कार्यक्रम में रूसी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि आज भी रूस में कई जातियां ऐसी हैं जिनके यहां चार—पांच या उससे ज्यादा बच्चे पैदा करने की रस्म कायद है। पुतिन ने का, हमारे यहां आज के परिवारों की पिछली पीढ़ियों में भी सात—आठ या उससे अधिक बच्चे हुआ करते थे। आज जरूरत है कि हम उसी परंपरा को अपनाएं।
रूस के आम नागरिकों से पुतिन ने पहले की उन्हीं परंपराओं को फिर से आगे लाने का आह्वान किया। कहा कि बड़े परिवार ही अच्छे होते हैं, उन्हें ही अपने आदर्श की तरह लें। इस मौके पर रूस के राष्ट्रपति की इस दिशा में चिंताओं मे यूक्रेन युद्ध का भी असर जरूर रहा होगा, जिसमें बड़ी संख्या में रूस के सैनिकों की जानें गई हैं।
उल्लेखनीय है कि इस वर्ल्ड रशियन पीपुल्स काउंसिल के कार्यक्रम का आयोजन रूस में प्रचलित ऑर्थोडॉक्स चर्च की तरफ से हुआ था। इस मौके पर इस चर्च को मानने वाले रूस के अनके समुदायों के लोग जुटे थे।
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