जब पुलिस उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित नंदग्राम में झाड़-फूंक के बहाने पर हिन्दुओं का इस्लामिक कन्वर्जन कराने वाले मौलवी सरफराज के कारनामों के खिलाफ एक और पीड़ित ने अपनी आवाज को बुलंद किया है। पीड़ित व्यक्ति ने सरफराज और उसके अब्बू के खिलाफ इस्लामिक कन्वर्जन का केस दर्ज कराया है। हालांकि, धोखे से इस्लाम में परिवर्तित किए गए ज्यादातर पीड़ित अपने मूल सनातन धर्म में घर वापसी कर चुके हैं।
मधुबन बापूधाम क्षेत्र के मोरटा गांव के रहने वाले एक हिन्दू व्यक्ति ने पुलिस में अब्बू और उसके बेटे के खिलाफ केस दर्ज कराया है। पुलिस को दी गई शिकायत के अनुसार पीड़ित की पत्नी काफी लंबे अरसे से बीमार चल रही है। उसने काफी इलाज कराया, लेकिन कोई खास असर नहीं हुआ। ऐसे में किसी ने उन्हें दवा के साथ दुआ की भी मदद लेने की सलाह दी। इस बीच पीड़ित ने पता किया तो झाड़-फूंक करने वाले सरफराज के बारे में पता चला। पीड़ित का कहना है कि उसे केवल झाड़-फूंक के बारे में पता था। बाकी चीजों के बारे में उसे नहीं पता था।
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पीड़ित ने कहा कि जब मैं अपनी पत्नी को झाड़-फूंक के लिए लेकर गया तो उसने हमें भरोसा दिलाया कि वो मेरी पत्नी को ठीक कर देगा। हमने भी उस पर भरोसा कर लिया। उसने धीरे-धीरे हमसे अपने घर से देवी-देवताओं की मूर्तियां हटाने को कहा। सरफराज ने कहा कि अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो मेरी पत्नी ठीक नहीं होगी। उसने जैसा कहा हमने वैसा ही किया। वो हमें सात साल से बेवकूफ बना रहा है। उसने मुझसे 50,000 रुपए भी ऐंठ लिए। अब जब उसके फर्जीवाड़े के बारे में पता चला, तो हमने उसके खिलाफ केस दर्ज कराया है। इसकी पुष्टि करते हुए नंदग्राम के एसीपी रवि कुमार ने कहा कि हमने पहले से ही सरफराज को गिरफ्तार कर लिया है। आगे की जांच कर रहे हैं।
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गौरतलब है कि 26 नवंबर को नंदग्राम की ही एक महिला ने सबसे पहले सरफराज पर इस्लामिक कन्वर्जन का आरोप लगाया था। इस मामले जब पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि 8 साल पहले जब वो हज पर गया था तो वहां से आने के बाद उसने इस्लामिक कन्वर्जन का खेल शुरु किया था।
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