उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुआ उमेश पाल हत्याकांड तो आपकी जेहन में होगा ही। जब भरे बाजार में उमेश पाल को गोलियों से भून दिया गया था। उमेश पाल की हत्या का आरोप लगा था दिवंगत बाहुबली अतीक अहमद पर। अब यूपी पुलिस और नफीस के बीच मुठभेड़ की खबर सामने आई है। इस मुठभेड़ में नफीस बुरी तरह से घायल हो गया है। उस पर 50 हजार रुपए का इनाम रखा गया था। ये मुठभेड़ नवाबगंज थाना क्षेत्र में हुई है।
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आरोप है कि नफीस ही वह व्यक्ति था, जिसने उमेश पाल की हत्या के दौरान क्रेटा कार को उलब्ध करवाया था। इसके अलावा नफीस अतीक अहमद के भाई अशरफ का बेहद करीबी था। ये अशरफ ही था, जिसने नफीस को प्रयागराज के सिविल लाइंस इलाके में नॉनवेज प्वाइंट के लिए जगह उपलब्ध कराई थी। नफीस के शहर में कई सारे आउलेट्स हैं। प्राप्त जानकारी के दौरान बुधवार को नफीस लखनऊ से प्रयागराज की ओर जा रहा था। उसी दौरान नवाबगंज के अमापुर के पास पुलिसवालों ने इनपुट के आधार पर उसे रोकने की कोशिश की। लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जबावी कार्रवाई में वो बुरी तरह से घायल हो गया।
उमेश पाल की हत्या में जिस कार का इस्तेमाल किया गया था। इसे नफीस ने रुखसार नाम के एक शख्स को ट्रांसफर कर दी थी, लेकिन उसे वहीं इस्तेमाल करता था। अब पुलिस उस शख्स की शिनाख्त करने में लगा है।
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कौन हैं उमेश पाल
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी के विधायक रहे राजू पाल की हत्या के मामले में उमेश पाल ही मुख्य गवाह था। पिछले साल 24 फरवरी 2022 को उमेश पाल प्रयागराज में अपने घर की तरफ जा रहे थे। उसी दौरान अतीक के गुर्गों ने उस पर हमला कर दिया। उसकी कार को टार्गेट कर बम फेंके गए। इस दौरान उमेश पाल अपनी कार से निकल कर अपने घर की तरफ भागा, लेकिन बदमाशों ने उसकी हत्या कर दी थी। अब उत्तर प्रदेश सरकार अपराधियों की एक-एक कर खैर ले रही है।
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